एआरटीओ कार्यालय के सरकारी भवन में आरआई द्वारा रिश्तेदार के नाम पर चलवा रहे हैं सहज जन सेवा केंद्र
# हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों ने डीएम से मिलकर आरआई के भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग उठाई
जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों ने आरटीओ ऑफिस के आरआई अशोक श्रीवास्तव पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए डीएम से लिखित शिकायत की है।मीडिया को दिए बयान में प्रिंस सिंह ने कहा कि आरआई अशोक श्रीवास्तव अपने रिश्तेदार अर्पित श्रीवास्तव के नाम पर एआरटीओ कार्यालय के सरकारी बिल्डिंग में सहज जन सेवा केंद्र के नाम पर खुलेआम वसूली करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गाड़ी की दूसरी कॉपी लेने के लिए दो हजार रुपये रिश्वत मांगा गया, जब इसका विरोध किया तो उन्होंने कहा कि मुझे पांच लाख रुपये डीएम को देना पड़ रहा है। शिकायतकर्ताओं का आरोप सुनते ही जिलाधिकारी ने आरोपों की जांच करने का आदेश मातहत अधिकारी को दिया।गुरुवार को हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने जिला संयोजक प्रिंस सिंह के नेतृत्व में डीएम डॉ. दिनेश चंद्र से मिलकर लिखित शिकायत किया कि अनिल दुबे पुत्र स्व. अच्छेलाल दुबे वन विहार रोड के निवासी है। उन्हें अपने रिस्तेदार शारदा सिंह की मोटर साइकिल पंजीयन संख्या यूपी 62 एस 7096 का स्वामी है।
उस वाहन का पेपर खो गया था, नया पेपर बनवाने के लिए आवेदन किया हुआ है और सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कई दिन से नए पेपर के लिए कार्यालय जाते थे, लेकिन उनके द्वारा कुछ न कुछ बहाना बनाकर टाल दिया जाता था। 25 नवम्बर को एक बजे दोपहर में साथी प्रिंस सिंह (जिला संयोजक हिन्दू युवा वाहिनी) के साथ एआरटीओ दफ्तर में आरआई ऑफिस में गए और उनसे वाहन के पेपर के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि पीछे अर्पित और सनी बैठे हुए हैं उनसे मिल लीजिये। वहां जाकर वाहन के पेपर के बारे में पूछा तो उन लोगों ने कहा कि पेपर ऐसे नहीं मिलता है दो हजार रुपये जमा करो तब मिलेगा।
इसकी शिकायत लेकर जब आरआई साहब के पास गए और पूछे कि किस चीज का दो हजार रुपया मांग रहे हैं। उसपर आरआई ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आप लोग जानते नहीं, जिलाधिकारी को पांच लाख रुपये महीने का दिया जाता है। ऊपर तक पैसा भेजना रहता है। आप को पता नहीं है। इसका विरोध करने पर अपनी पिस्तौल निकालकर टेबल पर रखा और कहा कि आप लोगों जैसे पदाधिकारी आते जातें हैं, जो करना है कर लेना। काम कराना है तो पैसा लगेगा। आरोपों की जांच के लिए जिलाधिकारी ने टीम बनाकर जांच कराने और कार्रवाई का आश्वासन दिया।