कासगंज में दोहराया गया कानपुर का बिकरू कांड
# यूपी पुलिस ने 12 घंटे के अंदर लिया अपने सिपाही की हत्या का बदला
# मुख्य आरोपी के हिस्ट्रीशीटर भाई को मुठभेड़ में किया ढेर, दरोगा की हालत अभी गंभीर
लखनऊ/कासगंज।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
यूपी के कासगंज में बुधवार की देर शाम अपराधियों द्वारा पुलिस के एक सिपाही की हत्या कर कानपुर के बिकरू कांड जैसी घटना को अंजाम दिया गया, लेकिन पुलिस ने अपने सिपाही की मौत का बदला 12 घंटे के अंदर मुख्य आरोपी के भाई अपराधी एलगार सिंह को मुठभेड़ में ढेर करके ले लिया, जबकि सिपाही की हत्या व दरोगा के ऊपर प्राणघातक हमले में शामिल मुख्य आरोपी व अन्य बदमाशों की तलाश में काली नदी के किनारे जंगल में पुलिस लगातार कंबिग कर रही है। एडीजी अजय आनंद, आईजी पियुष मोडिया, डीएम सीपी सिंह, एसपी मनोज कुमार पुलिस बल के साथ क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।
बताते चलें कि कल देर शाम कासगंज के सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक कुमार कांस्टेबल देवेंद्र सिंह के साथ बाइक से ग्राम नगला धीमर के जंगल की ओर अवैध शराब बनाए जाने की सूचना पर छानबीन के लिए गए थे, जहां शराब माफिया मोती सिंह एवं उसके साथियों ने दरोगा व सिपाही को वर्दी उतरवाकर बंधक बनाकर लाठी-डंडे से बुरी तरह पीटा, भाले से गोदा और फरार हो गए।
मुठभेड़ में मारा गया हिस्ट्रीशीटर एलगार सिंह
दरोगा की बाइक पर वर्दी व जूते रखे मिले थे। पुलिस टीम पर हमले की सूचना मिलने पर कई थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नगला धीमर के जंगल में तलाश शुरू की। करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने सिपाही देवेंद्र को मरणासन्न हालत में जंगल से बरामद कर अस्पताल पहुंचाया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया जबकि खेत से अर्धनग्न अवस्था में लहूलुहान हालत में मिले एसआई अशोक पाल का अलीगढ़ में इलाज चल रहा है, उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
इस सनसनीखेज घटना के मुख्य आरोपी शराब माफिया मोती सिंह के भाई एलगार सिंह को गुरुवार की तड़के पुलिस ने नगला धीमर गांव के पास काली नदी के किनारे मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के अनुसार एलगार सिंह भी हिस्ट्रीशीटर शीटर और सिपाही की हत्या में शामिल था। दरोगा का लूटा गया रिवाल्वर अभी बरामद नहीं हुआ है। एलगार सिंह को पुलिस की गोली लगने के बाद सीएचसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
# आगरा का रहने वाला था शहीद सिपाही देवेंद्र…
कासगंज में शराब माफिया के घर पर कुर्की वारंट चस्पा करने गए दरोगा व सिपाही पर हुए हमले में शहीद सिपाही देवेंद्र आगरा का रहने वाला था। सिपाही की हत्या के बाद परिवार में मचा कोहराम, गांव में छाया सन्नाटा। 2015 बैच के सिपाही थे शहीद देवेंद्र जसावत। 2016 में हुई थी शहीद देवेंद्र सिंह जसावत की शादी दो बच्चियों के पिता थे देवेंद्र। आगरा के थाना डौकी क्षेत्र के गांव नगला बिंदु के रहने वाले थे।
Feb 10, 2021