कूटरचित दस्तावेज से जमीन की हेराफेरी में अधिकारी व पेशकार गिरफ्तार
# 13 अक्टूबर को दर्ज प्राथमिकी में चकबंदी कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध
खेतासराय, जौनपुर।
डॉ. सुरेश कुमार
तहलका 24×7
क्षेत्र के मानीकलां गांव में बहुचर्चित जमीनी मामले में सात लोगों पर जबरन जमीन हड़पने व कूटरचित दस्तावेज से करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के मामले में 13 अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। जिसमे न्यायालय के आदेश पर दर्ज प्राथमिकी में 8 माह की बच्ची से निकाह करने का तथ्य सामने आया था।सुम्बुलपुर गांव निवासी मो. अलकमा की तहरीर पर कोर्ट के आदेश पर पुलिस मुकदमा कायम कर जांच शुरु की।

उसी मामले में पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। जैसे-जैसे आगे बढ़ रही वैसे-वैसे मामले से पर्दा उठता जा रहा है और पूरे मामले की सच्चाई सामने आने लगी। ऐसे चौकाने वाले तथ्य सामने आएं, जिसमें जमीन की वरासत का दावा करने वाले पति ने जो साक्ष्य पेश किया उसमे निकाह के समय उस महिला की उम्र 8 माह बताई जा रही है।प्रकरण में पुलिस ने कूटरचित दस्तावेज से हेराफेरी करके जमीन का मालिकाना हक दूसरे को देने के आरोप में पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर आरोपी कृष्ण मुरारी को गिरफ्तार कर लिया, जो चकबंदी अधिकारी बदलापुर कार्यालय में अनुचर के पद पर नियुक्त था।

वह मूल रुप से सकरदेह थाना करौंदीकला जनपद सुल्तानपुर का निवासी है। वहीं दूसरा आरोपी बलराम मौर्य है, जो उसी कार्यालय का तत्कालीन पेशकार है जो कोड़रा कला थाना जैतपुर जनपद अम्बेडकरनगर का निवासी है। दोनों को पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर कलेक्ट्रेट परिसर से हिरासत में लिया। दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी सामने आया है।

कृष्ण मुरारी पर खेतासराय में दर्ज मुकदमे के अलावा कोई अन्य मामला नहीं है, जबकि बलराम मौर्य पर इसके अतिरिक्त थाना लाइनबाजार में भी मुकदमा पंजीकृत है, जिसमें उस पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी मामले में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय भेज दिया गया।








