चरमराई बिजली व्यवस्था, चौबीस घंटे में मात्र चार घण्टे बिजली
# सबरहद फ़ीडर पर मात्र कागजों पर हो रही विद्युत आपूर्ति, अघोषित बिजलि कटौती से उपभोक्ता त्रस्त
खेतासराय, जौनपुर।
अजीम सिद्दीकी
तहलका 24×7. आसमान से आग उगल रही है। गर्मी बारिश के बाद थोड़ा राहत जरूर मिली लेकिन बारिश न होने हो रही प्रचंड धूप ने हालात खराब कर रखा है। बिजली व्यवस्था भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी है। ताबड़तोड़ हो रही बिजली कटौती से हर नागरिक परेशान है। जिसकी शुधि कोई नहीं लेने वाला नही है। जिससे लोग बिलबिला रहे हैं। बूढ़े, बच्चे भीषण गर्मी से बेहाल है।
योगी सरकार से जो लोग उम्मीदें लगाएं थे वे सब भी अब मायूस हैं। धीरे-धीरे बिजली की समस्या दूर होनी चाहिए थी लेकिन और भी संकट गहराता जा रहा है। आलम यह है कि सप्लाई के दौरान धुंआधार कटौती हो रही है। जिससे लोगों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जल जा रहे हैं।
रात में कई बार बिजली की आंख मिचौली खेलना सरकार की वादा के खिलाफी दर्शाता है। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मनबढ़ अधिकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपना कर अपने प्रभाव से व्यवस्था में सुधार का कड़ा प्रयास करते हैं। ताकि जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो। लेकिन क्षेत्र के खेतासराय, बादशाही, आहिरों पशुरामपुर, भादी सबरहद, सोंगर आदि फीडर में बिजली व्यवस्था चरमरा गई है।
जिसको लेकर लोगो में भारी आक्रोश व्याप्त है। ऐसा लगता है बिजली विभाग सरकार को बदनामी कराने की कसम खा ली हो।प्रदेश में भाजपा सरकार की सत्ता आते ही जनता के सामने 18 से 20 घण्टे बिजली देने का वादा पिछले ही सरकार में किया था। लेकिन अब तो 18 से 20 की बात तो दूर चार घण्टे भी बिजली नहीं मिल रही है। कागजों में भले ही 24 घण्टे बिजली दी जा रही है जो हकीकत से कोसो दूर है।
भीषण उमस भरी गर्मी में कोई भी जिम्मेदार जन प्रतिनिधि जन समस्याओं को लेकर सामने नही आ रहा है।उमस भरी भीषण गर्मी में लोग रतजगा करने को मजबूर है। गर्मी से बेहाल आम जनमानस वर्तमान सरकार को कोसते नज़र आ रही है। इतना ही नही इस गर्मी से पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। बिजली विभाग को लेकर सरकार द्वारा किये गए वादे भी हवा हवाई साबित हो रहा हैं।