32.1 C
Delhi
Tuesday, September 26, 2023

तहलका संवाद के लिए नीचे क्लिक करे ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓

जौनपुर : उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन न करने पर न्यायालय ने लिया संज्ञान

जौनपुर : उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन न करने पर न्यायालय ने लिया संज्ञान

# अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका गर्ग व निदेशक उच्च शिक्षा 24 मार्च को मा. न्यायालय में तलब

# डॉ. नीरज श्रीवास्तव की मेहनत लाई रंग, स्व वित्तपोषित योजना में आमूल चूल परिवर्तन

जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
             स्व वित्तपोषित योजना में कार्यरत शिक्षकों के यूजीसी पे स्केल को लेकर माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने आगामी 24 मार्च को अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका गर्ग व निदेशक उच्च शिक्षा को कोर्ट में तलब किया है साथ में यह भी कहा है कि वर्तमान में असिस्टेंट प्रोफेसर का वेतन यूजीसी पे स्केल के अनुसार ₹57,700 प्रति माह है जिसे देने के लिए माननीय उच्च न्यायालय ने 1 मार्च 2013 को आदेश दिया था, 7 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी रिट कोर्ट के आर्डर को ना मानने के लिए क्यों ना आपके विरुद्ध चार्ज फ्रेम किया जाए?

उच्च न्यायालय इलाहाबाद में दायर अवमानना बाद 2604 आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की उच्च शिक्षा के अंतर्गत चल रहे स्व वित्तपोषित योजना में आमूल चूल परिवर्तन लाएगी। माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हुए महाविद्यालय विश्वविद्यालय अनुमोदित शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विजय प्रताप तिवारी ने अवमानना वाद दाखिल करने वाले डॉ. नीरज श्रीवास्तव को हार्दिक बधाई दी और कहा कि यह सही है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता लेकिन अपने पर आ जाए तो भड़भूजे की आंख फोड़ देता है। डॉ. नीरज श्रीवास्तव का भागीरथी प्रयास ऐसा ही है और स्व वित्तपोषित शिक्षकों के लिए बड़ी सफलता करार दिया।

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय स्व वित्तपोषित शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ अनुराग मिश्र ने कहा कि पिछले 20 वर्षों से स्व वित्तपोषित योजना में कार्यरत शिक्षक मनरेगा मजदूरों से भी बद्तर जीवन यापन कर रहे हैं तथा प्रबंधतंत्र के हाथों शोषित हो रहे हैं। माननीय उच्च न्यायालय के आदेश पर सर्वोच्च न्यायालय से हार जाने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश की सरकार शिक्षकों को यूजीसी पे स्केल नहीं दे रही है। जिसको लेकर प्रदेशभर से लगभग 590 शिक्षकों की अमानाबाद माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में लंबित है। जनपदीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ सुशील मिश्र ने कहा कि स्व वित्तपोषित शिक्षकों को आज न्याय मिला है और सभी शिक्षक गदगद हैं। न्यायालय के इस निर्णय से यह साबित हो गया कि देश में आज भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का संविधान जिंदा है। महामंत्री डॉ पारुली सिंह ने कहा कि 20 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद आज यह दिन देखने को मिला है निश्चित तौर से पूरे प्रदेश के शिक्षक गदगद हैं। उत्तर प्रदेश की पूरी स्व वित्तपोषित व्यवस्था बदलेगी शिक्षकों का स्वाभिमान एवं सम्मान स्थापित होगा जिसकी पूरी क्रेडिट माननीय न्यायालय को जाती है।
Mar 15, 2021

तहलका संवाद के लिए नीचे क्लिक करे ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓ ↓

Loading poll ...

Total Visitor Counter

Total Visitors
33070147
149
Live visitors
2466
Visitors
Today

Must Read

Tahalka24x7
Tahalka24x7
तहलका24x7 की मुहिम..."सांसे हो रही है कम, आओ मिलकर पेड़ लगाएं हम" से जुड़े और पर्यावरण संतुलन के लिए एक पौधा अवश्य लगाएं..... ?

जौनपुर : करेंट की चपेट में आने से युवक की मौत

जौनपुर : करेंट की चपेट में आने से युवक की मौतशाहगंज।  एख़लाक खान  तहलका 24x7               ...

More Articles Like This