जौनपुर : घूंघट और बुर्का भारतीय सभ्यता का परिचायक- सेराज मेंहदी
खेतासराय।
अज़ीम सिद्दीकी
तहलका 24×7
राज्य विधान परिषद के पूर्व सदस्य एवं कांग्रेसी नेता सिराज मेंहदी ने कहा है कि घूंघट, बुर्का और सिर पर दुपट्टा न केवल भारतीय मूल्यों और परम्पराओं का परिचायक बल्कि यह देश की करोंड़ो औरतों का निहायत निजी मामला है। सदियों पुरानी इन रवायतों का राजनीतिकरण सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की घटिया व साम्प्रदायिक सोच को दर्शाता है शनिवार की देर शाम खेतासराय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री मेंहदी ने कहा कि भाजपा के सिर्फ सुखियों में रहने के लिए जानबूझ कर ऐसे मुद्दे उठाते हैं जो देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब को आहत करने के साथ साथ माहौल को बिगाड़ने वाले होते हैं।
उन्होंने कहा कि इस देश में चेहरा ढंकने की प्रथा बहुत पुरानी है योगी सरकार के राज्य मंत्री को यह नहीं भूलना चाहिए की गांव की नब्बे फीसदी हिन्दू महिलाएं जब घरों से निकलती है तो चेहरा घूंघट से ढंका होता है, सिख बहने-माताएं जब चाहरदीवारी से निकलती है तो उनके सर दुपट्टा होता है, ईसाई महिलाएं भी स्कार्फ़ बांधती है। श्री मेंहदी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री को ऐसे गैर जिम्मेदार मंत्रियों पर लगाम कसने की जरूरत है जो हमारी गंगा-जमुनी तहज़ीब और हिन्दू-मुस्लिम के बीच सदियों से स्थापित भाई-चारे को नुक्सान पहुंचाने की लगातार साजिश कर रहे हैं। इस मौके पर कांग्रेसी नेता आफताब अहमद खां, हिसामुद्दीन, सैय्यद बेलाल आदि मौजूद रहे।
Mar 28, 2021