जौनपुर : जब तक देश में जाति है अंबेडकर प्रासंगिक हैं- डॉ मनराज
# राजकीय महिला महाविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी आयोजित
शाहगंज।
राजकुमार अश्क
तहलका 24×7
राजकीय महिला महाविद्यालय में शुक्रवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। राष्ट्र निर्माण और विकास में डा. अंबेडकर का वैचारिक अवदान विषय पर आयोजित गोष्ठी में पहले दिन वक्ताओं ने डा. अंबेडकर के जीवन चरित्र पर विस्तृत चर्चा की।
बतौर मुख्य अतिथि सहायक शिक्षा सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद वाराणसी डॉ. प्रभाष कुमार झा ने डॉ. अंबेडकर के जीवन के संघर्षों पर विस्तृत चर्चा की। विशिष्ट अतिथि गन्ना कृषक महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. मनराज शास्त्री ने अपने संबोधन में कहा कि गांधी, गोखले व बाल गंगाधर तिलक द्वारा लड़ी गई आजादी की लड़ाई राजनीतिक आजादी के लिए थी। जबकि डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने नारियों, दलितों, शिक्षा, समानता और अन्याय झेल रहे लोगों के लिए संघर्ष किया।
कहा कि 25 दिसम्बर 1927 को अंबेडकर द्वारा मनुस्मृति की प्रतियां जलाए जाने का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक असमानता का विरोध था। गोष्ठी को डा. संदीप कुमार यादव, प्रोफेसर अखिलेश आदि ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. नूर तलत व संचालन संजय कुमार वर्मा ने किया। इस मौके पर डॉ. रवि प्रकाश, डॉ. अखिलेंद्र त्रिपाठी, डॉ. संजय राजभर, डॉ. अंशुमान सिंह, डॉ. ओमप्रकाश समेत छात्राएं व गणमान्य मौजूद रहे।
Mar 19, 2021