जौनपुर : जो लोग अपने समाज के महापुरुषों व इतिहास को भूल जाते हैं उनका हो जाता है पतन- अनिल राजभर
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
स्थानीय डाक बंगले पर कैबिनेट मंत्री पिछड़ा एवं दिव्यांग कल्याण अनिल राजभर ने प्रेस वार्ता की जिसमे उन्होंने बताया कि बसंत पंचमी को हिन्दू राजा सुहेलदेव जी के याद में वर्चुअल के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्मारक और संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे जिसमे मोदीजी दिल्ली से और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुहेलदेव के जन्म स्थल बहराइच से जुड़ेंगे।
अनिल राजभर ने राजा सुहेलदेव जी के जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि जो लोग अपने समाज के महापुरुषों को और अपने इतिहास को भूल जाते हैं उनका पतन हो जाता है। उन्होंने आगे कहा कि क्रूर आक्रमणकारी सालार मसूद गाजी को युद्ध में मारने और उसकी एक लाख की विशाल सेना को परास्त करने वाले गौरवशाली महाराजा सुहलदेव के इतिहास से प्रेरणा लेने की आवश्यक्ता है।
जब यहां स्मारक और संग्रहालय स्थापित होगी तब राहगीर और अन्य नागरिक इस महापुरुष के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने आतताई के बारे में विस्तार से बताते हुये कहा कि सैयद सालार मसूद अपने पिता गाज़ी सैयद सालार साहू के साथ भारत पर हमला करने आया था। जब उसने इंडस नदी पार करके मुल्तान, दिल्ली, मेरठ और सतरिख बाराबंकी तक जीत दर्ज की सतरिख में मसूद को न जाने क्या भाया कि उसने यहां टिकने का फैसला किया, टिकने के लिए उसे आसपास के हिंदू राजाओं से सुरक्षा भी चाहिए थी तो उसने अपने साथियों को आसपास के राजाओं को ठिकाने लगाने के लिए भेजा इनमें से एक खेमे का खुद मसूद का पिता सालार साहू नेतृत्व कर रहा था।
बहराइच और उसके आसपास के इलाकों के राजाओं ने मसूद के साथियों से युद्ध किया, लेकिन वो सालार साहू से हार गए वो अलग बात थी कि हार के बावजूद वो झुकने को तैयार नहीं थे ऐसे में छिटपुट लड़ाइयां चलती रहीं। फिर खुद सालार मसूद अपनी ताकत परखने बहराइच आया उसका विजय रथ तब तक बढ़ता रहा, जब तक उसके रास्ते में राजा सुहेलदेव नहीं आए। सुहेलदेव के साथ युद्ध में मसूद बुरी तरह ज़ख्मी हो गया और फिर इन्हीं ज़ख्मों की वजह से उसकी मौत हो गई। उक्त अवसर पर जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह और मीडिया प्रभारी आमोद सिंह उपस्थित रहें।
Feb 07, 2021