जौनपुर : धड़ल्ले से जल रही पराली, मूक दर्शक बना प्रशासन
सुईथाकलां।
उपेन्द्र सिंह
तहलका 24×7
क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में धान की फसल की कटाई जारी है अगली फसल की बुआई जल्द हो इसकी तैयारी के लिए किसान जल्दबाजी में धान की फसल को कम्बाइंड मशीन द्वारा कटाई करके उसका अवशेष अपने खेतों में ही जला दे रहे हैं। कुछ किसान भाई आदमी द्वारा कटाई कराके थ्रेसर से उसकी मढ़ाई कराते हैं खेत में बचे अवशेष का हटाना ना पड़े इसलिए उसे वहीं जला देते हैं। पराली जलाने पर प्रशासन और कोर्ट द्वारा पहले ही रोक लगाई गई है फिर भी लोग जलाने से बाज नहीं आ रहे।

इसका व्यापक असर हमारी प्राकृति के साथ ही साथ आम जनजीवन पर पड़ता है। दृश्यता कम हो जाती है सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है ।अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती है। प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान देने को तैयार ही नहीं हैं। फोन करने पर उठाने वाला कोई नहीं है। कृषि अधिकारी इसका अन्य किस प्रकार निस्तारण हो या यह हमारे लिए कैसे उपयोगी हो इसकी जानकारी और सुझाव दे। इसकी फुर्सत उनको नहीं है वह आते हैं और कार्यलय में खानापूर्ति करके चले जाते हैं। यह एक की नहीं पूरे समाज की समस्या है।