जौनपुर : पत्रकारिता की साख पर चोट! घोटाले की खबर छपने से तिलमिलाएं खुटहन के विकास खण्ड अधिकारी
# भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के बजाएं पत्रकार को नोटिस करवा रहे बीडीओ
# मुकदमा करने की धमकी देकर पत्रकारिता की स्वतन्त्रता का कर रहे हनन
खेतासराय।
अज़ीम सिद्दीकी
तहलका 24×7
वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जनाधार हासिल कर सरकार बनाई है जनता के बीच साफ सुथरी छवि बनाने के लिए पूरी तरह से पारदर्शिता की बात कर रही है। जिसको समय-समय पर अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर अमल में लाने के लिए तोते की तरह रटा रही है बावजूद इसके कुछ अधिकारी सरकार की नाक काटने और कटवाने पर पूरी तरह से आमादा हैं।
उनमें न तो सरकार का और न ही उच्चाधिकारियों का कोई खौफ नहीं है। पूरा मामला जनपद जौनपुर के विकास खण्ड खुटहन का है। जहाँ भ्रष्टाचार की गंगा में डूबे अधिकारियों और उनके सगे सम्बन्धी सहित रिश्तेदार भी गोते लगा रहे है। जिसकी जानकारी सूत्रों के हवाले से मीडिया कर्मी को लगी। जिसकी खबर प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए उक्त विकास खण्ड में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ अंकुश लगाने का प्रयास किया तो खण्ड विकास अधिकारी गौरवेन्द्र प्रताप सिंह तिलमिला गए।
दरअसल उक्त विकास खण्ड में सरकार के मंशा के खिलाफ कार्य करने का मामले में अब धीरे-धीरे परवान चढ़ रहा है। जिस पर पत्रकार अपनी पैनी नज़र रखते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ खबर प्रकशित कर कार्यों में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से सूत्रों के मुताबिक समाचार प्रकशित किया जा रहा है। जिस में कुछ दिन पहले एक खबर उक्त विकास खण्ड की पेड़ पौधे के नाम पर करोड़ो का घोटाला नामक शीर्षक से प्रमुखता से छपी थी।
जिसमें खण्ड विकास अधिकारी श्री प्रताप सिंह ने खुटहन ब्लॉक के एकाउन्टेट पर अपने रिश्तेदारों व सगे सम्बन्धियों के फर्म पर पौधों का भुगतान का करोड़ो रूपये के घोटाले का जिक्र किया गया है। जिससे खण्ड विकास अधिकारी तमतमा गए और आनन-फानन समाचार छापने वाले पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे डाली है। जबकि सरकार स्पष्ट रूप से निर्देश दी है कि पत्रकारों को काम करने में अधिकारी बांधा न डाले बल्कि उनके साथ सहयोगात्मक रवैये अख्तियार करें। लेकिन सब कुछ धत्ता बताते हुए खण्ड विकास अधिकारी गौरवेन्द्र प्रताप सिंह ने उल्टे पत्रकार पर ही नकेल कसना शुरू कर नोटिस करवा रहे है।
इस तरह पत्रकार तथा उसकी पत्रकारिता करने में बाधा डाला जा रहा है। जो सीधे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला है। ऐसे में पत्रकारिता की साख पर चोट करने वाले खण्ड विकास अधिकारी भ्रष्टाचार की गंगा में डूबने वाले मामले में जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की बात करनी चाहिए थी। लेकिन उसका उल्टा करते हुए पत्रकार के ऊपर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रहे है।
Feb 08, 2021