जौनपुर : शैक्षणिक उन्नयन के लिए होगा बेहतर प्रयास- डा. अखिलेश्वर
# साहित्यकार व पत्रकारों ने किया प्राचार्य को सम्मानित
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय जौनपुर से सम्बद्ध राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय जौनपुर के सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त, एनसीसी के संघीय अधिकारी रहे डाॅ (कैप्टन) अखिलेश्वर शुक्ला ने प्राचार्य बनाये जाने पर शिक्षाविद डा. ब्रजेश कुमार यदुवंशी व पत्रकार विद्याधर राय ‘विद्यार्थी’ ने बुके भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर प्राचार्य डा.अखिलेश्वर शुक्ला ने कहा कि शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने के लिए बेहतर प्रयास किया जायेगा।
डाॅ (कैप्टन) अखिलेश्वर शुक्ला मूल रूप से बिहार के सासाराम जनपद के निवासी है। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा ग्रामीण परिवेश से प्रारम्भ होकर सेन्ट्रल हिन्दू ब्वायज स्कूल, कामच्छा वाराणसी से इण्टरमीडिएट, बीएचयू से स्नातक, स्नातकोत्तर तथा शोध कार्य पूर्ण किया। 1991 में राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय जौनपुर में प्रवक्ता राजनीति विज्ञान विभाग में नियुक्ति प्राप्त किया।
श्री शुक्ला को तीन बार छात्रसंघ निर्वाचन अधिकारी भी बनाया गया। प्रशिक्षण अधिकारी बने तो सामाजिक सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ 96 बटालियन की तरफ से “दिल्ली गणतन्त्र दिवस” राजपथ पर होने वाले परेड में सर्वाधिक कैडेट्स भेजने का श्रेय आपको मिला। एक वर्ष में तीन कैडैट्स राज कालेज से राजपथ पर जाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि रहा।शैक्षणिक योग्यता (उपलब्धियों) में डाॅ शुक्ला ने उप्र लोक सेवा आयोग माध्यमिक चयन बोर्ड काशी हिन्दू विश्वविद्यालय सहित एक दर्जन से अधिक विश्वविद्यालयों में विषय विशेषज्ञ एवं आधा दर्जन से अधिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा नागरिक सम्मान से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त कर चुके है।
लगभग दो दर्जन से अधिक शोधार्थियो को पीएचडी कराने से लेकर दर्जनों राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित कराने सेमिनारों में शोध पत्र प्रस्तुत करने महाविद्यालय से प्रकाशित होने वाली पत्रिका (सृजन) के मुख्य सम्पादक भी रहे। उच्चतर शिक्षा सेवा चयन द्वारा 2007 में प्राचार्य पद पर नियुक्ति में 162 अंक प्राप्त अभ्यर्थी की नियुक्ति की गयी जबकि डाॅ शुक्ला को 176 अंक प्राप्त करने के बाद भी चयनित सूची से बाहर रखा गया, इस अनियमिता की चर्चा प्रदेश के अधिकांश समाचार पत्रो एवं मीडिया के मुख्य पृष्ठ की खबर बनी, बाद में माननीय उच्च न्यायालय, सर्वोच्च न्यायालय ने यह नियुक्ति निरस्त कर दी थी।
Feb 08, 2021