नशा करने से रोकने पर की थी पत्रकार की हत्या
# मुख्य आरोपी ने स्वीकारा जुर्म, पुलिस ने किया खुलासा
प्रयागराज।
तहलका 24×7
गुरुवार की देर रात पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह की चाकू से गोदकर हुई हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी विशाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। दावा है कि आरोपी विशाल ने पूछताछ में जुर्म स्वीकार करते हुए चौंकाने वाले खुलासे किए।पुलिस के मुताबिक विशाल ने पूछताछ में बताया कि उसका नशा करने को लेकर लक्ष्मी नारायण सिंह से विवाद हुआ था।विवाद के बाद लक्ष्मी नारायण ने पहले उसे थप्पड़ मारा।

इससे वह गुस्से में आ गया और नशे की हालत में चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। उसके पैर में तीन गोलियां लगीं और उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पूछताछ में उसने पुलिस को यह बयान दिया। घटना गुरुवार देर रात की है, जब लक्ष्मी नारायण सिंह होटल हर्ष के पास किसी काम से गए थे।

वहां विशाल और उसके साथी के बीच कहासुनी हो गई, इसके बाद विशाल ने चाकू से लक्ष्मी नारायण पर 25 से ज्यादा वार किए।गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।पुलिस के अनुसार लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू की बबलू से गहरी दोस्ती थी। बबलू का बेटा साहिल विशाल के साथ अक्सर आया जाया करता था। विशाल उसे नशा करने के लिए अक्सर बुलाता था।

इस बात की जब बबलू की पत्नी विजेता को जानकारी हुई तो उसने बेटे को ऐसा करने से मना किया। एक दिन विशाल नशा करने के लिए जब साहिल को बुलाने आया तो लक्ष्मी नारायण भी वहीं थे। विशाल का विजेता से झगड़ा हो रहा था। विशाल धमकी दे रहा था कि अगर वह साहिल को उसके साथ जाने से रोकेगी तो उसे जान से मार देगा।विशाल ने पुलिस को बताया कि लक्ष्मी नारायण ने इसी बात का विरोध किया तो दोनों के बीच बहस होने लगी। हाथापाई के बाद लक्ष्मी नारायण ने विशाल को थप्पड़ मार दिया।

थप्पड़ के बाद से विशाल सिंह लक्ष्मी नारायण के प्रति बदले की भावना रखने लगा। गुरुवार की रात विशाल साहिल को फिर फोन कर रहा था। जब साहिल ने फोन नहीं उठाया और वह विशाल के पास नहीं गया तो उसे बुलाने वह घर पहुंच गया। वह नशे में था, इनकार करने के बाद भी साहिल जब नहीं माना तो मां विजेता और विशाल के बीच झगड़ा होने लगा।

थोड़ी देर में लक्ष्मी नारायण भी मौके पर पहुंच गए और विशाल को ऐसा करने से मना करने लगे। दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया। लोगों ने मामले को शांत करा दिया। लक्ष्मी नारायण किसी काम से हर्ष होटल, सिविल लाइंस के पास गए, जहां विशाल और उसका एक साथी पीछा करते हुए पहुंचे और ताबड़तोड़ चाकू से उनके ऊपर वार कर दिया। लक्ष्मी नारायण बचने के लिए भाग रहे थे, मदद के लिए गुहार लगा रहे थे पर किसी ने मदद नहीं की।








