पूर्व पीएम शेख़ हसीना को अमेरिका और ब्रिटेन से लगा झटका
नई दिल्ली।
तहलका 24×7
बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में छात्र आंदोलन उग्र हो गया। सोमवार को शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा। इसके बाद आंदोलनकारियों ने पीएम आवास में घुसकर जमकर हंगामा किया। साथ ही संसद भवन में जमकर तोड़फोड़ के साथ नारेबाजी की गई।
इसके अलावा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और उनके धर्म स्थलों पर आंदोलनकारियों द्वारा हमला किया जा रहा है। देश छोड़कर शेख हसीना ने भारत में शरण लिया है। कयास लगाया जा रहा था कि वो किसी यूरोपीय देश में शरण ले सकती हैं। लेकिन अमेरिका ने उन्हें बड़ा झटका दिया है। साथ ही ब्रिटेन की तरफ से कोई उम्मीद नहीं लग रही है। फिलहाल वह अभी भारत में किसी सुरक्षित स्थान पर हैं
पूर्व प्रधानमंत्री हसीना को अमेरिका की तरफ से बड़ा झटका लगा है। यूएसए ने उनका वीजा रद्द कर दिया है। जिसकी वजह से अब उन्हें अमेरिका में एंट्री नहीं मिल सकती है। इसके साथ ही आवामी लीग पार्टी के अन्य नेताओं के भी वीजा को रद्द कर दिया गया है। इसको लेकर ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी कानून के तहत वीजा रिकॉर्ड गोपनीय होता है, जिसके कारण व्यक्तिगत वीजा के मामलों में बातचीत नहीं कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद खबर यह थी कि शेख हसीना लंदन जा सकती हैं। लेकिन ब्रिटेन सरकार की तरफ से कोई उन्हें राजनीतिक शरण देने को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है। ब्रिटेन सरकार ने बांग्लादेश में बीते कुछ दिनों से चल रही हिंसक घटनाओं की जांच को लेकर यूएन में जांच की मांग की है। साथ ही विदेश मंत्री डेविड लैमी ने बांग्लादेश में हिंसक घटनाओं को लेकर आलोचना की है।
इसके अलावा उन्होंने बांग्लादेश के लोकतांत्रिक भविष्य के लिए कदम उठाए जाने की बात कही है।विदेश मंत्री ने यह संकेत दिया है कि ब्रिटेन में शेख हसीना को संभावित जांच के विरूद्ध कानूनी सुरक्षा नहीं मिल सकती है।