पेशी पर आया हत्यारोपी पुलिस को चकमा देकर न्यायालय परिसर से फरार
# गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें गठित, लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
एक तरफ जहां पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराधियों की धर पकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ लापरवाह पुलिस कर्मियों के कारण आए दिन पुलिस को फजीहत झेलनी पड़ रही है। न्यायालय से पेशी के दौरान मुलजिमों के फरार होने की घटना बढ़ रही है। ताजा मामला शुक्रवार का है जब जिले के बहुचर्चित प्रॉपर्टी डीलर व सपा नेता बाला लखंदर यादव हत्याकांड का मुलजिम जयप्रकाश गायकवाड पुत्र प्रकाश गायकवाड निवासी महाराष्ट्र दीवानी न्यायालय में पेशी के लिए आया हुआ था।
इस दौरान पेशी से वापस लॉकअप लौटते समय भीड़ का फायदा उठाते हुए पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।मुलजिम के फरार होते ही पुलिस महात्मे में हलचल मच गई। आनन-फानन में आसपास के थानों की पुलिस को अलर्ट किया गया लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका है। विदित हो कि सपा नेता व भू माफिया की बदमाशों द्वारा एक फरवरी 2021 की रात अज्ञात बदमाशों द्वारा लाइन बाजार थाना क्षेत्र के सिटी स्टेशन पर टहलते समय गोली मारकर हत्या की गई थी।
परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मडियाहूं के ब्लॉक प्रमुख समेत तीनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।जांच के दौरान हत्याकांड में थाना क्षेत्र के सैदनपर गांव निवासी ओम चंद्र गुप्त, उमेश गौड़ मड़ियाहूं थाना क्षेत्र के रामपुर नदी निवासी रितेश सिंह और महाराष्ट्र के जयप्रकाश गायकवाड का नाम प्रकाश में आया था। जिसे पुलिस ने 10 फरवरी 2021 को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था।
अभी कुछ दिनों पूर्व भी एक मुलाजिम दीवानी न्यायालय में सीजेएम कोर्ट से पेशी के दौरान जाते समय फरार हो गया था हालांकि पुलिस ने कड़ी में मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया था।फरार अभियुक्त के बारे में जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकार शहर देवेश कुमार सिंह ने बताया कि दीवानी न्यायालय परिसर से सूचना प्राप्त हुई की पेशी पर ले गए मुलजिम जयप्रकाश गायकवाड पुत्र प्रकाश गायकवाड निवासी पुंगीवाड़ी पाटील बस्ती महाराष्ट्र जीआरपी थाना में मुलजिम था जिसको पेशी के बाद लॉकअप की तरफ लाया जा रहा था।
इसी दौरान वह भीड़ का फायदा उठाकर वह फरार हो गया। इसकी छानबीन व धर पकड़ के लिए पुलिस की कई टीम में लगा दी गई है। संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करके विधि कार्रवाई की जाएगी।