मी लॉर्ड ! कुरकुरे-बिस्किट चाहिए, सूखी रोटी से मन ऊब गया
बांदा।
तहलका 24×7
जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी इन दिनों जेल के खाने-पीने की व्यवस्था से काफी परेशान है। एक बार फिर उन्होंने कोर्ट में पेशी के दौरान जज से खाने में कुछ नई चीजें देने की डिमांड की है। बाराबंकी एमपी-एमएलए कोर्ट में एंबुलेंस और गैंगस्टर एक्ट मामले को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई हुई। जिसमें मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उन्हें जेल में कुरकुरे और बिस्किट खाने हैं।
मुख्तार ने सुनवाई के दौरान कहा कि.. मी लॉर्ड ! जेल की सुखी रोटी खा-खाकर जी भर गया है इसलिए कुरकुरे, बिस्किट और कुछ फल की व्यवस्था करवा दीजिए। मुख्तार की इस डिमांड को सुनकर जज साहब भी मुस्कुराने लगे। हालांकि जज किसी मुजरिम की बात सुनकर हंसने लगे ऐसा शायद ही कभी देखने को मिलता है मगर, ऐसा ही कुछ बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट में हुआ है। जहां मुख्तार अंसारी की डिमांड सुनकर जज साहब भी हंस पड़े।
आपको बता दें कि इससे पहले 10 मई को जब कोर्ट में पेशी हुई थी तो उस दौरान भी मुख्तार अंसारी ने जज साहब से आम और केले खाने की गुहार लगाई थी। वहीं, एक बार फिर उन्होंने अब जज साहब के सामने खाने पीने को लेकर नई डिमांड कर दी है। मुख्तार अंसारी के वकील ने बताया है कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ जेल में काफी सख्ती बरती जा रही है। राज्य सरकार मुख्तार अंसारी को खाने-पीने का सामान तक उपलब्ध नहीं करवा रही है। मुख्तार अब बुजुर्ग और बीमार हैं, इसलिए उन्होंने ने कोर्ट में गुहार लगाई है कि उन्हें खाने में घरेलू सामान उपलब्ध कराई जाए।
गौरतलब है कि एंबुलेंस और गैंगस्टर एक्ट मामले को लेकर हुई सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने खुद को बेगुनाह बताया।खुद पर दर्ज मुकदमे को झूठा बताते हुए कहा कि गलत तरीके से मुझे फंसाया गया है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है और 5 जून को अब फैसला सुनाया जाएगा। हालांकि सुनवाई के बाद सबसे ज्यादा चर्चा मुख्तार अंसारी की ओर से खाने पीने को लेकर की गई डिमांड की हो रही है। इससे पहले 10 मई को भी इसी मामले में वर्चुअल पेशी के दौरान मुख्तार ने लखनऊ के दशहरी आम और केले की डिमांड की थी। जिस पर जज साहब ने मुख्तार अंसारी के वकील को कोर्ट में मिलने के दौरान आम और केले ले जाने की अनुमति दे दी थी। आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी पिछले कई सालों से जेल में बंद है।