रिश्वत में हिस्सेदारी मामले की जांच में तहसील पहुंचे एडीएम
शाहगंज, जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
घूस की रकम में हिस्सेदारी बढ़ाने की अर्जी वायरल होने के बाद मचे हंगामे के बीच प्रशासन ने अपनी जांच शुरू की है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मादंड के आदेश पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राम अक्षयवर शुक्रवार की दोपहर तहसील पहुंचे। उन्होंने कार्यालयों में प्राइवेट कर्मी की तैनाती की जांच की। उन्होंने कहा कि यह पत्र प्रथम दृष्टया किसी असामाजिक तत्व की करतूत लगता है।
बता दें कि यह शिकायती पत्र जिलाधिकारी रविंद्र कुमार को शाहगंज तहसील में नायब तहसीलदार (लपरी) के कार्यालय में प्राइवेट कर्मी के तौर पर काम करने का दावा करने वाले राजाराम यादव के नाम से भेजा गया था। पत्र में जिक्र था कि कार्यालय में अविनाश यादव और अजीत यादव भी प्राइवेट कर्मी के तौर पर काम करते हैं। पत्र में राजाराम का कहना था कि घूस की सारी रकम वो लोग ही वकीलों और फरियादियों से लड़ झगड़कर वसूलते हैं। सभी प्राइवेट कर्मियों को एक हजार रुपए प्रतिदिन मिलता है लेकिन नायब तहसीलदार उसे सिर्फ 500 रुपए प्रतिदिन देते हैं। उसे मिलने वाली रकम बढ़ाई जाए।
इस पत्र को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने एसडीएम को कार्यवाही करने को कहा था। एसडीएम ने नायब तहसीलदार से आख्या मांगी और जांच के बाद कहा था कि वहां राजाराम नाम का कोई प्राइवेट कर्मी काम नहीं करता है। उन्होंने यह भी कहा कि तहसील के किसी भी कार्यालय में कोई प्राइवेट कर्मी है ही नहीं।
मामले में जांच के लिए डीएम के आदेश पर पहुंचे एडीएम राम अक्षयवर ने तहसील परिसर में जांच की। उन्होंने कहा कि किसी भी ऑफिस में प्राइवेट कर्मी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि प्रथमदृष्ट्या यह मामला किसी शरारती अराजक तत्व की करतूत लग रहा है। मामले में जांच जारी रहेगी।