विश्वविद्यालय में कैमरा लगाने को लेकर कर्मचारियों के विरोध पर उठे सवाल, पारदर्शिता से क्यों भाग रहे हैं कर्मचारी
# 70 से अधिक कर्मचारियों ने कुलपति को दिया ज्ञापन, कैमरा लगाने से बढ़ेगी कार्यालय की पारदर्शिता
जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के कार्यालयों में कैमरा लगाने को लेकर कर्मचारियों ने विरोध कर दिया। इस बारे में 70 से अधिक कर्मचारियों ने कुलपति को ज्ञापन देकर कैमरे को निजता का उल्लंघन बताया है। जिस पर सवाल भी उठने लगे हैं कि कर्मचारियों को पारदर्शिता से नहीं भागना चाहिए।बता दें कि विश्वविद्यालय परिसर में क्लास रुम से लेकर तमाम भवनों, मार्गों, पेड़ों पर भी कैमरा की स्थापना की जा रही है।
जिसमें करीब 800 से अधिक कैमरे लगाए जा चुके हैं। इस दौरान प्रशासनिक भवन के लगभग सभी विभागों व कार्यालयों में कैमरे लगाने के लिए कुलपति प्रो वंदना सिंह ने निर्देश दिया। जिसे कर्मचारियों ने निजता का उल्लंघन बताते हुए कैमरा लगाने का विरोध कर दिया। इस संबंध में 70 से अधिक कर्मचारियों ने कुलपति को ज्ञापन देकर कैमरा न लगाने की मांग की। कर्मचारियों के इस विरोध को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं? जहां एक ओर कुलपति प्रो. वंदना सिंह भय मुक्त परिसर, वातावरण, भ्रष्टाचार का निवारण, अपराध पर अंकुश लगाने, किसी छात्र का शोषण न हो, अपराधिक गतिविधियां संचालित ना हों और अनुशासन बना रहे।
इसका हवाला देते हुए परिसर में सैकड़ों की संख्या में कैमरा लगाए गए। जब प्रशासनिक भवन के तमाम विभागों का कार्यालयो में कैमरा लगाने के लिए तैयारी शुरु हुई तो कर्मचारियों ने विरोध किया। कर्मचारियों का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे लगाना भारतीय संविधान अनुच्छेद 21 के तहत दिए गए निजता के अधिकार का उल्लंघन है। इसमें कर्मचारियों की भी सहमति लेना आवश्यक था। कर्मचारियों की इस विरोध से अधिकारियों शिक्षकों ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि अगर कर्मचारियों का काम साफ सुथरा अनुशासनिक है और समय से वह आते जाते हैं तो कैमरा लगाने का विरोध नहीं होना चाहिए।
यह विरोध उनकी दोहरी मानसिकता को झलकाता है। कुलपति के इस कदम से कार्यालय में पारदर्शिता का माहौल बनेगा।कर्मचारी नेताओं का कहना है कर्मचारियों पर भरोसा करना चाहिए। जबकि कुलपति विश्वविद्यालय के वातावरण को पारदर्शी बनाना चाहती हैं।जिससे कहीं किसी प्रकार की शिकायत ना मिले। कर्मचारियों को विरोध को लेकर भी लोगों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। जब कर्मचारी साफ सुथरा काम करते हैं तो उनको इसका विरोध नहीं करना चाहिए। कुलपति ने सभी कार्यालय विभागों में कैमरा लगाने का जोर दिया है।