शबनम की फांसी एक बार फिर टली, जानिए क्यों ?…
# जिला जज की अदालत में कल तय होनी थी फांसी की तारीख
# प्रेमी सलीम की दया याचिका पर अभी होना है फैसला
लखनऊ/अमरोहा।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
अमरोहा के बावनखेड़ी कांड में दोषी करार दी गई शबनम की फांसी फिलहाल टल गई है, दरअसल शबनम ने जान बख्शने के लिए एक बार फिर दया याचिका राज्यपाल के यहां दाखिल की है। अमरोहा में जनपद न्यायालय ने अभियोजन से कातिल शबनम का ब्यौरा मांगा था। शबनम के अधिवक्ता की ओर से राज्यपाल के यहां फिर दया याचिका दाखिल होने की जानकारी दी गई, जिसके कारण फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हो सकी।
पहले ही माना जा रहा था कि जिला जज की अदालत में शबनम की रिपोर्ट सौंपी जाएगी और अगर इस रिपोर्ट में कोई याचिका लंबित नहीं पाई गई तो शबनम की फांसी की तारीख तय की जा सकती है, लेकिन शबनम के वकील ने कुछ दिन पहले ही फिर से दया याचिका के लिए राज्यपाल से गुहार लगाते हुए जिला जेल रामपुर प्रशासन को प्रार्थना पत्र सौंपा था। मंगलवार को सुनवाई में इसी का जिक्र आया, जिसके कारण फांसी की तारीख मुकर्रर नहीं हो सकी।
गौरतलब है कि 14/15 अप्रैल 2008 की रात को शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार के 7 लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने दोनों की फांसी की सजा बरकरार रखी थी। दिसंबर 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने उसकी पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर दी थी, इसके बाद राष्ट्रपति ने भी शबनम की दया याचिका को ख़ारिज कर दिया। हालांकि नैनी जेल में बंद सलीम की दया याचिका पर अभी फैसला होना है।
# बेटे से बोली शबनम- मेरी परछाईं से भी रहना दूर…
पिछले हफ्ते अपने 12 साल के बेटे से मिलकर शबनम फुट-फूटकर रो पड़ी और खुद को निर्दोष बताते हुए सीबीआई जांच की मांग कर डाली। शबनम के बेटे ताज की परवरिश कर रहे उस्मानी सैफी ने बताया कि रामपुर जेल में जब उसने शबनम से पूछा कि क्या उसने यह गुनाह किया है तो उसने इनकार कर दिया और सीबीआई जांच की बात कही। शबनम ने बेटे ताज से कहा कि वह उसकी परछाई से भी दूर रहे और पढ़-लिखकर अच्छा इंसान बने।
Feb 23, 2021