श्रीकृष्ण बरही महोत्सव में थानेदार का तांडव, आक्रोशित व्यापारी धरने पर बैठे
# कार्यक्रम में आए कलाकारों, दुकानदारों, महिलाओं और कार्यक्रम आयोजकों से दरोगा ने की बदसलूकी, भाजी लाठियां
जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
सरपतहां थाना क्षेत्र के डीह अशरफाबाद में श्रीकृष्ण बरही महोत्सव में पुलिस की अभद्रता और बलप्रयोग के खिलाफ सैकड़ों व्यापारी धरने पर बैठे हैं। व्यापारियों का कहना है कि कई दशक से मनाई जा रही श्रीकृष्ण बरही मेले में शनिवार रात पुलिस ने बलप्रयोग किया। मेले में आए दर्शनार्थियों, दुकानदारों और ठेले खोमचे वालों और कलाकारों के साथ अभद्रता की गई और भद्दी गालियां दी गईं। व्यापारियों का आरोप है कि थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस ने खूब तांडव मचाया।
व्यापारी थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दुकानें बंद करके बाजार में ही धरने पर बैठे हैं।
जानकारी के मुताबिक डीह अशरफाबाद में श्रीकृष्ण बरही महोत्सव का आयोजन छह और सात सितंबर को किया गया। आरोप है कि शनिवार रात को मेले में दर्शनार्थियों की काफी भीड़ थी और विभिन्न समितियों के कार्यक्रम जारी थे। तभी पुलिस ने अचानक बल प्रयोग किया और गाली गलौज के साथ व्यापारियों व मेला देखने आए ग्रामीणों के साथ अभद्रता की।
आरोप है कि पुलिस की ज्यादती के चलते मेले में भगदड़ की स्थिति बन गई। झांकी प्रस्तुत करने वाले कलाकार भी डर कर भाग खड़े हुए। व्यापारियों के मुताबिक घटना की सूचना पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों को दी गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।मेला तितर बितर होने से आक्रोशित व्यापारियों ने रविवार को दुकानें नहीं खोलीं और धरने पर बैठ गए।
उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष रमेश अग्रहरि और उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष पारस नाथ गुप्ता के नेतृत्व में धरने पर बैठे व्यापारियों की मांग है कि उच्चाधिकारी उनका पक्ष सुनें और पुलिस अपनी अनुचित कार्रवाई के लिए खेद व्यक्त करे।
इस मामले पर क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें घटनाक्रम की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच कराई जायेगी। थानाध्यक्ष व पुलिसकर्मी दोषी पाए गए तो कार्रवाई भी की जायेगी। उधर धरने पर संजय सिंह, विकास अग्रहरि, सोनू सिंह, घनश्याम बाबा समेत सभी समितियों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में व्यापारी बैठे रहे।