संवेदनहीन पुलिस! छेड़खानी की शिकायत करने पहुंचे परिजनों को ही थाने पर बैठाया
# न्याय न मिलने पर पीड़िता के पिता ने थाने के सामने ही खाया जहर
# भुक्तभोगी पिता की मौत के बाद हरकत में आई पुलिस, दो आरोपी गिरफ्तार
संभल/लखनऊ।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
प्रदेश में कानून व्यवस्था का क्या हाल है, इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि एक पिता अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ से परेशान था। वह थाने में गया लेकिन इंसाफ न मिला। थाने में इंसाफ नहीं मिलने पर थाने के सामने ही पिता ने आत्महत्या कर लिया। पूरा मामला उत्तर प्रदेश के संभल का है, पिता के सुसाइड के बाद पुलिस हरकत में आई है और दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं।

संभल में किशोरी के साथ छेड़छाड़ के मामले में थाना पुलिस के रवैये से परेशान होकर पीड़िता के पिता ने थाने के सामने ही जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पीड़िता की मां और दूसरे परिजनों का आरोप है कि थाना पुलिस से शिकायत की गई तो पुलिस ने पीड़िता, पीड़िता के भाई और उसकी मां को ही थाने में बैठाकर फैसले का दवाब बनाया।

पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं घटना के बाद से पुलिस अधिकारी अपनी फजीहत से बचने के लिए मीडिया के सामने आने से बचते रहे। जब मामला ज्यादा तूल पकड़ा तो दो आरोपियों की गिरफ्तारी होने का दावा करते हुए पुलिस अधिकारी अब मीडिया के सामने आकर सक्रियता बताने में लगे है।

# क्या है पूरा मामला?
कुड़फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के डारनी गांव की निवासी 17 वर्षीय किशोरी सोमवार को भैंस का दूध निकालने जा रही थी। आरोप है कि इसी बीच गांव के ही दबंग अतर सिंह नाम के युवक ने किशोरी को खींचकर ले जाने की कोशिश की। उसके साथ अश्लील हरकत करते हुए बदतमीजी की और घटना का विरोध करने पर दबंग युवक ने गाली गलौज भी की।

किशोरी ने घटना की जानकारी परिजनों को दी तो परिजन मामले की शिकायत करने के लिए कुड़फतेहगढ़ थाने पहुंचे और पुलिस को तहरीर दी। पीड़ित किशोरी की मां और चाची का आरोप है कि किशोरी के परिजन आरोपी युवक अतर सिंह के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर मंगलवार को पीड़ित किशोरी को लेकर एक बार फिर थाने पहुंचे तो पुलिस ने कार्यवाही करने के बजाय उल्टे पीड़ित किशोरी, पीड़िता के भाई और मां को थाने में ही बैठा लिया।

आरोप है कि जब पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से थाने में बैठाए जाने का कारण पूछा उनसे दुर्व्यवहार किया गया। आरोपी अतर सिंह पर कार्यवाही के बजाय पुलिस मामले को रफा-दफा करने का दवाब बनाने लगी और दोपहर तक भी कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि इसी दौरान पुलिस ने फैसले का दवाब बनाने के साथ पीड़िता और उसके परिजनों को जेल भेजने की धमकी भी दी।जिसके बाद पुलिस के रवैये से परेशान होकर पीड़ित किशोरी के पिता ने कुलफतेहगढ़ थाने के सामने ही जहर खा लिया। उसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।

वहीं घटना की जानकारी मिलने पर सीओ चंदौसी दीपक तिवारी और एएसपी श्रीश्चंद भी रात में ही थाने पहुंच गए। इस दौरान मीडिया से बचते दिखे, मामला तूल पकड़ता देख पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और फिर मीडिया के सामने आकर कार्रवाई करने की बात करने लगी।