साइबर ठग के जाल में फंसकर दरोगा जी ने लाखों गंवाए
# पुलिस को भी नहीं बख्श रहे ठग, हर तरफ फैला है मकड़जाल
जौनपुर।
गुलाम साबिर
तहलका 24×7
जनपद के रामपुर थाना क्षेत्र के एक सब इंस्पेक्टर के मोबाइल फोन पर एक फोन क्या आया दरोगा के आंखों के सामने अंधेरा छा गया, देखते ही देखते सब इंस्पेक्टर के बैक खातों से साइबर ठगों ने लाखों रुपए की ठगी कर यह बता दिया कि साइबर ठग पुलिस से भी कई हाथ आगे की सोच रखतें है।
बताया जा रहा हैं कि लाखों रुपए की ठगी होने के बाद सब इंस्पेक्टर खुद को ठगा महसूस कर अपने रुपए को वापस कराने के लिए थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। ठगों से रुपया मिलता है अथवा नहीं यह तो भविष्य के गर्त में है। लेकिन जिस प्रकार उत्तर प्रदेश के पुलिस महकमें के दरोगा के साथ ठगी का मामला आया है उसे देखकर आम लोग अब पहले से ज्यादा सतर्क होना पड़ेगा।
मिली जानकारी के अनुसार बीते 29 सितम्बर को साइबर ठगों ने दरोगा के मोबाइल फोन पर कॉल किया। साहब ने हैलो हैलो कहकर आप कौन बोल रहे हैं, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। फोन कटते ही दरोगा साहब का सिम काम करना बंद कर दिया या यह कहे की पूरा फोन डेड हो गया। दरोगा साहब ने तुरंत फोन को इधर-उधर घुमाया कहीं नेटवर्क तो काम करना नहीं बंद कर दिया है, जब फोन नहीं चालू हुआ तो वह नजदीक के मोबाइल की दुकान पर पहुंचकर जांच कराई तब पता चला कि वह सिम खराब हो गया है। उन्होंने तुरंत दुकानदार से सिम चेंज करवाया लेकिन सिम चालू नहीं हो सका।
29 सितंबर को रविवार का दिन था इसलिए दुकानदार ने बताया कि आज कंपनी का काम बंद रहता है और सिम चालू होने में असमर्थता जताई। सोमवार तक यह सिम इसी नम्बर पर काम करना शुरु कर देगा। दरोगा साहब हाथ में मोबाइल लेकर अपने थाने पर लौट आए। उन्हें क्या पता था कि आगे जो होगा उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाएगी और अपनी घोर ईमानदारी से कमाए गए रुपये वह गवांकर बर्बाद हो जाएंगे। दरोगा साहब का सिम कार्ड सोमवार को जैसे ही चालू हुआ उनके खाते से पैसा निकलने का मैसेज धड़ाधड़ आने लगा।
जैसे-जैसे दरोगा साहब ने खाते से पैसे निकलने का मैसेज देखा तो उनके होश उड़ गए, देखते ही देखते 2,73,582 रुपए उनके चार खातों से निकल गए। चार खातों में वही मोबाइल नम्बर बैंक में दर्ज था, जिस मोबाइल नंबर पर साइबर ठग का फोन आया था। अब इतनी बड़ी रकम दरोगा साहब पाने के लिए मुकदमा दर्ज करवा कर कानून के जरिए जद्दोजहद कर रहे हैं।