आईपीएस की जासूसी करने वालों पर एसपी ने लिया बड़ा एक्शन
जयपुर।
तहलका 24×7
पुलिस के जवान अपने ही कप्तान की जासूसी कर रहे थे।मामला राजस्थान के भिवाड़ी का है। जब एसपी को खुद के जासूसी की सूचना मिली तो उन्होंने साइबर सेल में तैनात सात पुलिस के जवानों को सस्पेंड कर दिया, साथ ही मामले की जांच के लिए एक अधिकारी को नियुक्त किया। इधर मामले में राजस्थान पुलिस के महानिरीक्षक यूआर साहू का भी बयान सामने आया है। यूआर साहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मामले की जांच जारी है। जो कोई भी दोषी पाया जाएगा तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल मामला दो दिन पुराना है। शनिवार को भिवाड़ी से यह खबर सामने आई थी कि एसपी जेष्ठा मैत्री ने साइबर सेल में कार्यरत सब इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई की जानकारी सामने आते ही चर्चाओं का दौर शुरु हो गया। लोग यह चर्चा करने लगे कि आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे इतना बड़ा निर्णय लिया गया कि साइबर सेल में लगे पुलिस सब इंस्पेक्टर सहित सभी पुलिसकर्मी को निलंबित किया है। एसपी जेष्ठा मैत्री राजस्थान की सबसे खूबसूरत आईपीएस अधिकारियों में गिनी जाती हैं।

बताया गया कि राजस्थान में आईपीएस अधिकारी ज्येष्ठा मैत्रेयी की मोबाइल फोन ‘लोकेशन’ पर नजर रखने के आरोप में एक उपनिरीक्षक समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मैत्रेयी 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं और फिलहाल भिवाड़ी में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं। मैत्रेयी ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बताया कि मुझे सूचना मिली कि भिवाड़ी साइबर सेल के कर्मचारी मेरी मोबाइल ‘लोकेशन’ पर नजर रख रहे हैं। मामले की जांच की गई और मामला सही पाए जाने पर उप निरीक्षक समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।

एसपी ने बताया कि मामले की जांच पुलिस मुख्यालय करेगा। अधिकारी ने बताया कि साइबर सेल प्रभारी पुलिस उप निरीक्षक श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहिताश को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

इस मामले में अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी. अब जांच इस बात की भी चल रही है कि आखिर किसके कहने पर साइबर सेल के जवान अपने ही कप्तान के लोकेशन की जासूसी कर रहे थे। मालूम हो कि ज्यैष्ठा मैत्रेयी मध्यप्रदेश के गुना की रहने वाली हैं। उन्होंने 2017 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उनकी गिनती तेज-तर्रार अधिकारियों में की जाती है।








