कोर्ट पहुंची भरतपुर राजपरिवार की अदावत
# पत्नी और बेटा करते हैं मारपीट, खाना तक नहीं देते
जयपुर।
तहलका 24×7
राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह ने अपनी पत्नी व बेटे पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। कहा लोग उनको भरपेट भोजन भी नहीं देते। उनके कपड़े जलाकर कुएं में फेंक दिए। पत्नी व बेटे के साथ रहना संभव नहीं है। उन्होंने पत्नी व बेटे से वरिष्ठ नागरिक के रुप में पांच लाख रुपये भरण-पोषण की मांग की है।

विश्वेन्द्र ने पत्नी दिव्या एवं बेटे अनिरूद्ध के खिलाफ उपखंड अधिकारी ट्रिब्यूनल में प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें आरोप लगाया कि पत्नी व बेटा उन्हें लोगों से मिलने नहीं देते हैं। घर (मोती महल) छोड़ने को मजबूर कर दिया। उन्हें कभी होटल तो कभी अन्य स्थान पर रहना पड़ रहा है। बता दें कि दिव्या सिंह पूर्व में सांसद व विधायक भी रही हैं।

विश्वेन्द्र ने पत्नी व बेटे पर संपत्ति के लिए उन्हें जान से मारने की योजना के गम्भीर आरोप लगाए हैं। कहा वह हार्ट के मरीज हैं और उन्हें दो स्टंट डाले जा चुके हैं। दो बार कोरोना होने के बावजूद पत्नी व बेटे ने किसी तरह की कोई मदद नहीं की। पिता की वसीयत में मिली संपत्तियों पर मेरा अधिकार है, पत्नी व बेटे ने दस्तावेज फाड़ दिए।

पूर्व रियासतकालीन मोती महल में रहने के दौरान मुझे एक कमरे में कैद कर दिया था। मुश्किल से बाहर निकल पाया हूं। विश्वेन्द्र ने बताया कि पत्नी के पास नौ करोड़ के जेवरात और कई अन्य कीमती सामान हैं। पत्नी की पेंशन छह लाख रुपये प्रतिवर्ष और बेटे की आय 34 लाख वार्षिक है।

वहीं दिव्या अपने पति के आरोपों को गलत बताती हैं। उनका कहना है कि विश्वेन्द्र ने प्राचीन कारपेट तक बेच दिया। एक-एक कर मथुरा, पुष्कर, दिल्ली व भरतपुर की कई संपत्ति बेच दी। मैं मोती महल नहीं बिकने दूंगी। मेरे साथ 33 साल से क्या हुआ? यदि मैं मुंह खोल दूं तो मामला सर्वोच्च न्यायालय तक जाएगा। बेटे अनिरूद्ध ने कहा, पिता जी हमें बदनाम कर रहे हैं।








