चिकित्सक की लापरवाही से बालक की मौत, केस दर्ज
# चेहरे पर निकले फोड़े का इलाज कराने आई थी मां
खेतासराय, जौनपुर।
अजीम सिद्दीकी
तहलका 24×7
मानीकलां बाजार स्थित एजेंसी चौराहे पर एक झोला छाप डाक्टर से बालक के चेहरे पर फोड़े का इलाज कराना काफी मंहगा साबित हुआ। चिकित्सक द्वारा इंजेक्शन और दवा देने के कुछ देर बाद ही बालक के मुंह से झाग आना शुरू हो गया और तबियत बगड़ने लगी। स्थिति अनियंत्रित देख चिकित्सक ने रेफर कर दिया। मामला पीएचसी सोंधी पहुंचा तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है की रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। मामले में मां पूनम की तहरीर पर चिकित्सक के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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क्षेत्र के बाराकला गांव निवासी रंजीत के नेवासा ग्यासपुर नोनारी में पूनम परिवार के साथ रह रही थी। पूनम पत्नी रंजीत जिनके पुत्र ऋषभ (7) के चेहरे पर फोड़ा हो गया था। बुधवार की देर शाम इसके इलाज के लिए एक निजी चिकित्सक अमरेथुआ गांव निवासी डा. उदयराज राजभर जिनकी मानीकलां बाजार में क्लीनिक है, उसके यहां इलाज कराया। इलाज के कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई।
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मां पूनम ने तहरीर देकर आरोप लगाया है कि फोड़े के इलाज के लिए आयी थी। चिकित्सक ने इंजेक्शन और दवा दिया जिसके पश्चात मौत हो गई। परिजन शव लेकर थाने लेकर पहुंच गए और विधिक कार्यवाही की मांग करने लगे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेज दिया। साथ ही चिकित्सक के विरुद्ध 106 बीएनएस में मुकदमा पंजीकृत किया। मौत के बाद चिकित्सक फरार बताया जा रहा है।
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ग्रामीणों ने बताया की इसके पूर्व भी इसी चिकित्सक के इलाज से दो लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्य चिकित्साधिरी डॉ. लक्ष्मी सिंह के आदेश पर चिकित्साधिकारी डॉ. मसूद अहमद के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम घटना की जांच करने पहुंची तो चिकित्सक का क्लीनिक बन्द मिला। टीम बारा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की जानकारी ली और रिपोर्ट मुख्य चिकित्साधिकारी को प्रेषित कर दिया।