जौनपुर : सिलेंडर ब्लास्ट में घायल युवती की उपचार के दौरान मौत
# 22 दिन पूर्व गैस सिलेंडर फटने से मकान हुआ था ध्वस्त
नेवढ़िया।
दीपक श्रीवास्तव
तहलका 24×7
थाना क्षेत्र के दीपापुर गांव मे बीते 6 मार्च की तड़के गैस सिलेंडर फटने से मकान क्षतिग्रस्त होकर मलबे में तब्दील हो गया था जिसमें परिवार के चार लोग गम्भीर रूप से जलने और मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिनका इलाज वाराणसी में चल रहा था, सभी घायलों की स्थिति ठीक होने पर घर आ गए थे। वहीं गंभीर रूप से घायल 23 वर्षीय कविता भी दो दिन पूर्व सुधार होने पर घर वापस आ गई थी लेकिन सोमवार देर शाम को अचानक तबियत बिगड़ने से कविता की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव मे सन्नाटा पसर गया।
मालूम हो कि 22 दिन पूर्व क्षेत्र के दीपापुर गांव निवासी पारसनाथ सोनकर रात को भोजन करने के बाद पूरे परिवार के साथ कमरे में सो रहे थे। गैस सिलेंडर फटने से भोर में धमाके की आवाज सुनकर आस-पास सहित ग्रामीणों की नींद टूट गई और दौड़कर सभी मौके पर पहुचे। मौके का नजारा देखकर सभी हतप्रभ हो उठे पूरा मकान क्षतिग्रस्त होकर मलबे में तब्दील हो गया था। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दिया, सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से आनन फानन में मलबे में दबे पारसनाथ सोनकर 27 वर्ष, कविता 23 वर्ष, राधिका 48 वर्ष, कार्तिक 1 वर्ष को बाहर निकाला।
सभी बुरी तरह जलने व मलबे में दबने के कारण गंभीर रूप से घायल थे। जिसे पुलिस ने एम्बुलेंस बुलाकर उपचार के लिए भेज दिया था सभी का उपचार वाराणसी में चल रहा था। सुधार होने पर डिस्चार्ज होकर सभी घर वापस आ गए थे, दो दिन पूर्व डिस्चार्ज होकर घर आई 23 वर्षीय कविता देवी की अचानक से तबियत बिगड़ने लगी जब तक घर के लोग उपचार के लिए ले जाते कविता ने दम तोड़ दिया। कविता के मौत की सूचना मिलते ही पूरे गांव मे मातम सा छा गया।