डीआईओएस समेत छह कर्मचारी लापता, महिला शौचालय में मिली पत्रावलियां
जौनपुर।
गुलाम साबिर
तहलका 24×7. डीआईओएस कार्यालय की स्थिति बद से बदतर देखने को मिली, विभाग के अधिकारी कर्मचारी बेलगाम दिखे, कर्मचारी अपने मन से ऑफिस आते और अपने मन से जाते हैं, मन में आया तो काम करेंगे, नही तो उपस्थित रजिस्टर पर हाजिरी लगाकर लापता हो जाएंगे। यहां सरकारी फाइलें महिला शौचालय में सुरक्षित रखी जाती हैं, दफ्तर की दीवार पान और पान मसाले से रंगी पड़ी है। पूरे कार्यालय का हाल बूचड़खाने से भी खराब है।
मृतक आश्रितों की फाइलें बगैर किसी कार्यवाही के महीनों से लटकी पड़ी हैं। विभाग की इस दशा का बयान हम नही कर रहे, बल्कि सीडीओ के औचक निरीक्षण में दिखा है।जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मादड के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी साईं तेजा सीलम ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय जिला विद्यालय निरीक्षक उपस्थित नही थे।

निरीक्षण के समय तीन मृतक आश्रितों की पत्रावली फरवरी महीने के बाद बिना किसी कार्यवाही के रखी हुई पायी गयी। सम्बन्धित पटल सहायक राजेश गुप्ता का पत्रावली के नियमानुसार निस्तारण होने तक इनका वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक को दिया गया। उन्हे यह भी सचेत किया गया कि वे स्वयं समस्त पटलों का निरीक्षण कर सेवा सम्बन्धी अन्य लम्बित प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित करें एवं निरीक्षण आख्या प्रेषित करें।
उपस्थिति पंजिका के अवलोकन में लेखाकार आरिफ हसन, वरिष्ठ सहायक सुरेन्द्र कुमार मौर्या, वरिष्ठ सहायक श्रीमती निर्मला, कनिष्ठ सहायक श्रुति श्रीवास्तव, परिचारक नरेन्द्र कुमार अनुपस्थित पाये गए, जिनका एक दिन का वेतन अवरूद्ध कर स्पष्टीकरण के लिए निर्देशित किया गया। अतिरिक्त वरिष्ठ सहायक संजय कुमार उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर करने के बाद कार्यालय से गायब रहे। जिनका पूरे माह का वेतन बाधित करते हुए स्पष्टीकरण देने के लिए निर्देशित किया गया।

निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर एवं कार्यालय के अन्दर कमरों में पर्याप्त गन्दगी मिली। दीवारों पर पान थूका पाया गया। कार्यालय कक्ष में फाईलें बेतरतीब ढंग से कपड़े में बांध कर आलमारियों के ऊपर एवं अगल-बगल में अव्यस्थित रूप से रखी गयी थी, जिस पर काफी गन्दगी व धूल जमा थी। महिला शौचालय में गन्दगी के बीच पत्रावलियां भी रखी पायी गई, जिसके लिए सम्बन्धित पटल सहायक को एवं उपस्थित लेखाधिकारी को पत्रावलियां स्टोर में संरक्षित करने के निर्देश दिये गए।
निरीक्षण के समय शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनसे मुख्य विकास अधिकारी ने संवाद कर शिक्षकों के लम्बित प्रकरण एवं समस्याओं के सम्बन्ध में चर्चा की। वार्ता के उपरान्त जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का निदान करते हुए अपनी आख्या प्रेषित करें।








