महिला सिपाही ने थानेदार की आंख में झोंका मिर्ची पाउडर, डंडे से पीटा
# एसपी ने किया निलंबित, मामले में दिए जांच के आदेश
रामपुर।
तहलका 24×7
जिले के खजुरिया थाने में अजीबोगरीब मामला सामने आया। दो महिला सिपाहियों के बीच एक स्कूटी को लेकर हुए विवाद में एक महिला सिपाही ने थानाध्यक्ष की आंख में मिर्च झोंक दी और डंडे से मार दिया। आरोपी कॉन्स्टेबल आरजू ने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें उसने थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वीडियो में उसने कहा कि खाकी की आड़ में काले भेड़िए छिपे हैं।

धमकी देते हैं कि हम कुछ भी कर सकते हैं। रात को पैर दबाने को कहते हैं। न दबाने पर परेशान करते हैं।
जानकारी के मुताबिक मामला मंगलवार का है। खजुरिया थाने में तैनात महिला सिपाही अमृता भूषण 23 मई को सहकर्मी आरजू से स्कूटी मांगकर ले गई थी। रास्ते में ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर में स्कूटी क्षतिग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि आरजू ने साथी अमृता से नई स्कूटी दिलाने को कहा।

इसे लेकर उन दोनों में विवाद हो गया। आरजू ने एसओ से अमृता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा। एसओ ने मना किया, लेकिन आरजू तैयार नहीं हुई। मंगलवार दोपहर 11 बजे आरजू थानाध्यक्ष के कार्यालय में हाथ में मिर्च पाउडर और लाठी लेकर पहुंच गई।पुलिस सूत्रों ने बताया कि जब महिला सिपाही आरजू पहुंची, तो उस वक्त थानाध्यक्ष राजीव कुमार मीटिंग ले रहे थे।

आरजू एफआईआर दर्ज करने पर अड़ गई। एसओ ने बाद में बात करने के लिए कहा तो वह आपा खो बैठी और एसओ की आंख में मिर्च पाउडर डाल दिया। उन्होंने रोकने की कोशिश की तो हाथ में डंडा मार दिया। एसओ से मारपीट के बाद गुस्साई कॉन्स्टेबल ने थाने में हंगामा किया, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया।

महिला सिपाही आरजू ने एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें वो बता रही है कि मैं बिजनौर की रहने वाली हूं और रामपुर के खजुरिया थाने में तैनात हूं। खाकी की आड़ में काले भेड़िए छिपे हैं। धमकी देते हैं कि वह प्रशासन में हैं, कुछ भी कर सकते हैं। रात को पैर दबाने को कहते हैं, जिसका विरोध करने पर परेशान करते हैं। एसओ राजीव कुमार मेरी एफआईआर नहीं दर्ज कर रहे थे।

वह मेरे खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे। ट्रांसफर की धमकी दे रहे थे। कहते थे गलत आरोप लगाकर तुमको सस्पेंड करा दूंगा। मैं कहीं शिकायत करने की बात कहती तो मुझसे पहले ही वहां शिकायत कर देते हैं। यह पुलिस वाले जब किसी को पकड़ते हैं, और फिर छोड़े देते हैं तो इनको पूरी रात नींद नही आती। सोचते रहते हैं कि एक हजार रुपए नहीं कमा पाए।

मैंने तो स्कूटी ईमानदारी के पैसे से एक लाख में खरीदी थी। एसओ मुझे पांच दिन से प्रताड़ित कर रहे थे। मुझसे मारपीट का प्लान बनाया जा रहा था। एसओ ने खुद कहा था इसे रात को देखा जाएगा। यह समूची बात मैंने डीजीपी के वॉट्सऐप नंबर पर भेजी थी।

एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि आरजू नाम की महिला कॉन्स्टेबल का विवाद दूसरी महिला कॉनस्टेबल से हुआ था। इसे लेकर आरजू ने एसओ पर हमला किया। जिसमें वह चोटिल हो गए। मामले में आरोपी महिला सिपाही के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।