मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में जौनपुर ने मारी बाजी
# पूरे प्रदेश में जौनपुर को मिला दूसरा स्थान, पूरे पूर्वांचल में टॉप पर
जौनपुर।
रविशंकर वर्मा
तहलका 24×7
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जौनपुर जनपद पूरेऊप्रदेश में दूसरे पायदान पर है। इसके तहत जिले भर में 1705 बच्चों को ढ़ाई हजार रुपये मासिक पेंशन दी जा रही है। इसका लाभ अनाथ व माता-पिता में किसी एक की मृत्यु के बाद दिया जाता है। प्रदेश में बरेली जनपद दो हजार से अधिक पेंशन देकर पहले पायदान पर काबिज है। जौनपुर को छोड़ दिया जाए तो पूर्वांचल का कोई अन्य जिला टॉप-10 में भी शामिल नहीं है।

मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत जुलाई 2021 में द्वितीय कोरोना संक्रमण काल के दौरान शुरू की गई। योजना के तहत कोविड-19 महामारी के दौरान अपने माता-पिता व संरक्षकों को खोने वाले बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा व संरक्षण का जिम्मा सरकार ने उठाया है। जिसके तहत इस योजना के तहत नौनिहालों के जीवन में नए उत्साह, उमंग का संचार किया। इस योजना के तहत ढाई हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा, जब तक बालक-बालिका 18 वर्ष के नहीं हो जाएंगे। इसके अलावा भी उन्हें अन्य सहायता दी जाएगी, जैसे अटल आवास योजना के तहत बने भवनों में यदि वह पढ़ाई करना चाहते हैं तो उन्हें इसकी सुविधा दी जाएगी। कस्तूरबा गांधी विद्यालय में पढ़ने की सुविधा दी जाएगी। ढाई हजार की आर्थिक सहायता बच्चों के खाते में भेजी जाती है। इसमें बच्चों के नामित संरक्षक अभिभावक ही रुपये की निकासी कर सकते हैं।

# पूर्वांचल के जनपदों की स्थिति
आजमगढ़ व वाराणसी में 390 बच्चों को सहायता देकर क्रमश: 28वें व 29वें पायदान पर, मऊ 346 बच्चों को सहायता देकर 34वें, चंदौली 206 बच्चों को सहायता देकर 61वें, मिर्जापुर 204 बच्चों को सहायता देकर 63वें, बलिया 163 बच्चों को सहायता देकर 69वें, सोनभद्र 52 बच्चों को सहायता देकर 74वें स्थान पर है।








