मूकबधिर बच्चों को मानव बम बना देश को दहलाने की थी साजिश, पाकिस्तान से हो रही फंडिंग
नई दिल्ली।
स्पेशल डेस्क
तहलका 24×7
धर्मांतरण मामले में उत्तर प्रदेश के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की ओर से दिल्ली से दो युवकों जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इनके खतरनाक मंसूबे सामने आए हैं। नोएडा सेक्टर-117 स्थित डेफ सोसाइटी में पढ़ने वाले मूकबधिर विद्यार्थियों को आरोपितों ने मानव बम के रूप के इस्तेमाल करके भारत सहित पूरी दुनिया को दहलाने की साजिश रची थी। देश में मतांतरण के लिए विदेश से भारी-भरकम फंडिंग की जानकारी भी सामने आई है। मुख्यरूप से यह फंडिंग पाकिस्तान और अरब देशों से की जा रही है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों गाजियाबाद के डासना मंदिर में साजिश के तहत विपुल विजयवर्गीय व कासिफ घुसे थे। इस मामले में विपुल, कासिफ व सलीमुद्दीन को पकड़ा गया था, जिनका देश के कई कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ाव उजागर हुआ। इसके बाद ही एजेंसियां इनके नेटवर्क के तह तक जाने में जुटी हैं। नोएडा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक कि जांच में सामने आया है कि गिरोह में शामिल लोग मूकबधिर विद्यार्थियों व महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे। खासतौर से चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिये संचालित संस्थान के विद्यार्थियों को। नोएडा डेफ सोसाइटी का भी संचालन चैरिटी के जरिये मिले धन से होता है। आशंका है कि आरोपितों ने इसमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के मतांतरण की साजिश रची।