यूजीसी नेट पेपर लीक मामले की जांच के लिए पहुंची सीबीआई टीम की पिटाई
नवादा।
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बिहार के नवादा में सीबीआई और स्थानीय पुलिस की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। जांच टीम को फर्जी बताकर हमला किया गया। सीबीआई टीम के वाहन चालक के साथ बुरी तरह मारपीट की गयी। घटना जिले के रजौली थाना क्षेत्र के मुरहेना-कसियाडीह की है। इस बाबत रजौली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें आठ लोग नामजद और 150 से 200 लोगों को अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

बताया जाता है कि सीबीआई की टीम नवादा पुलिस के साथ मुरहेना के कसियाडीह गांव निवासी फूलचंद प्रसाद व उनकी पत्नी बबिता देवी के घर की तलाशी लेकर वापस लौट रही थी। इस दौरान घरवालों के साथ 200 से 300 लोगों की भीड़ जमा हो गई जो सिविल ड्रेस में रहे सीबीआई टीम को नकली बताकर घेर लिया। सीबीआई के अफसरों द्वारा पहचान पत्र भी दिखाया गया। नवादा नगर थाना की महिला सिपाही काजल कुमारी के द्वारा भी समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन लोगों ने उनलोगों की एक न सुनी और बदतमीजी करने लगे।

सीबीआई टीम द्वारा इसकी सूचना रजौली थाने की पुलिस को दी गई, जहां से पुलिसबल पहुंचने के बाद स्थिति सामान्य हुई। हमले में सीबीआई टीम के वाहन चालक संजय सोनी जख्मी हो गए, वहीं एक अधिकारी के कपड़े फट गए।महिला सिपाही पर मुरहेना पंचायत के वार्ड संख्या 16 के वार्ड सदस्य मिथलेश प्रसाद पर अभद्रता का आरोप लगाया गया है।

बताया जा रहा है कि यूजीसी नेट पेपर लीक मामले गिरफ्तार एक युवक की निशानदेही पर कसियाडीह की एक युवती की तलाश में सीबीआई की टीम पहुंची थी। छापेमारी के दौरान सीबीआई टीम ने दो मोबाइल के साथ कुछ बैंक पासबुक और यूजीसी नेट से सम्बंधित कुछ कागजात बरामद कर अपने साथ ले गई है। हालांकि, नवादा पुलिस द्वारा बताया गया है कि दो मोबाइल फोन जब्त कर सीबीआई की टीम अपने साथ ले गई है।

पुलिस ने घटना का केस दर्ज करके एक युवती समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया।गिरफ्तार लोगों में कसियाडीह निवासी महिला, प्रिंस कुमार, ललन कुमार, अमरजीत कुमार शामिल हैं। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।








