रायबरेली : धूमधाम से सम्पन्न हुआ अभिनन्दन स्मारिका विमोचन समारोह
# शिक्षक स्व. पं. द्वारिका प्रसाद वाजपेई के कृतित्व एवं व्यक्तित्व की हुई सराहना
रायबरेली।
उमानाथ यादव
तहलका 24×7
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्यालय लालगंज में शिक्षक स्व. पं. द्वारिका प्रसाद वाजपेई अभिनन्दन स्मारिका का विमोचन समारोह पूर्व विधि एवं न्याय मंत्री उत्तर प्रदेश शासन गिरीश नारायण पाण्डेय की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती व पं. द्वारिका प्रसाद वाजपेई के चित्र पर मुख्य अतिथि डा. अमलधारी सिंह व कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व विधि एवं न्याय मंत्री गिरीश नारायण पाण्डेय ने आरएसएस धर्म जागरण संयोजक सुशील शुक्ला के साथ मिलकर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम आयोजक व संचालक डा सूर्य प्रकाश शुक्ल की पांच वर्षीय बेटी आद्या शुक्ला ने मां सरस्वती का गीत प्रस्तुत किया। स्मृति स्मारिका का विमोचन कार्यक्रम अध्यक्ष पूर्व विधि एवं न्याय मंत्री गिरीश नारायण पाण्डेय, मुख्य अतिथि डा अमलधारी सिंह, महादेव सिंह, विशिष्ट अतिथि आरएसएस धर्म जागरण संयोजक सुशील शुक्ला, अरुण कुमार सिंह, सत्यनरायन सिंह, बैजनाथ विश्वकर्मा, ओमप्रकाश, चन्द्रपाल सिंह, शासकीय अधिवक्ता विनोद द्विवेदी, महेश त्रिपाठी, डा निरंजन राय, राम मनोहर मिश्र के कर कमलों द्वारा भव्य समारोह के बीच संपन्न हुआ। समारोह का संचालन करते हुए डा सूर्य प्रकाश शुक्ल ने बताया कि आचार्य द्वारिका प्रसाद वाजपेई ग्राम कैली के निवासी थे जो जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक के पद से सेवानिवृत्त हुए। जनकल्याण हेतु विभिन्न क्रियाकलापों से समाज की सेवा की। ज्योतिष एवं कर्मकांड के माध्यम से इनके द्वारा की गई सामाजिक सेवा अद्वितीय है।

मुख्य अतिथि बैसवारा डिग्री कॉलेज लालगंज के पूर्व प्राचार्य डा अमलधारी सिंह ने कहा कि शिक्षक की पहचान शिष्य से होती है। शिक्षक का स्वरूप मर्यादा स्थापित करता है। कार्यक्रम अध्यक्ष पूर्व मंत्री गिरीश नारायण पाण्डेय ने कहा कि शिक्षक ही अपने शिष्यों को गढ़कर तैयार करता है। सुन्दर समाज का निर्माण करता है। हमारी संस्कृति को बचाने में भी शिक्षक की अहम भूमिका होती है। बाजपेई जी एक आदर्शवादी शिक्षक थे जिनके पढ़ाये बच्चे उच्च पदों तक आसीन है। कार्यक्रम में डा अनिरुद्ध भदौरिया, डा विनय भदौरिया, डा शैलेश प्रताप सिंह, नीरज पाण्डेय, आशीष कुमार मिश्र, सौरभ शुक्ला, राहुल शुक्ला ने काब्यपाठ करते हुए सुन्दर रचनाओं को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती चन्द्रमणि शुक्ला, ओमप्रकाश शुक्ला का योगदान रहा। कार्यक्रम में अशोक कुमार बाजपेई, दुर्गा शंकर शुक्ला, रामसजीवन सविता, हरीशंकर पाण्डेय, विजय वाजपेई, हनुमान सिंह, सुरेश शुक्ला, सुनील बाजपेई, आकाश वाजपेई, रविशंकर बाजपेई, मुन्ना शुक्ला, अशोक बाजपेई, शिवम बाजपेई आदि उपस्थित रहे।








