लेबर इंस्पेक्टर ने रिश्वत के लिए मजबूर पिता पर बनाया दबाव, एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ दबोचा
शामली।
तहलका 24×7
एंटी करप्शन टीम द्वारा श्रम विभाग के इंस्पेक्टर सुरेश प्रकाश गौतम को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर मजबूर और बुजुर्ग बाप से बेटे की मौत के बाद बीमे की राशि दिलाने के लिए रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत बुजुर्ग ने सहारनपुर एंटी करप्शन टीम से की। जिसके बाद जाल बिछाकर टीम ने लेबर इंस्पेक्टर को थाना आदर्श मंडी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। टीम ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया।

कांधला क्षेत्र के असदपुर जिडना गांव निवासी बुजुर्ग सुबेदीन के बेटे की करीब तीन वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।जो मजदूरी कार्ड धारक था। सरकारी योजना के तहत पिता ने मजदूरी कार्ड धारक के पांच लाख रुपए का बीमा लिए जाने के संबध में सभी प्रकार की कागजी कार्यवाही पूरी कर फाइल को काफी समय पहले श्रम विभाग के दफ्तर में जमा करा दिया था। लेकिन फाइल पर रिपोर्ट लगाने के एवज में श्रम विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा लगातार रिश्वत की मांग की जा रही थी।

डेढ़ साल से पीड़ित पिता इंस्पेक्टर की परिक्रमा कर रहे थे।पीड़ित ने बताया कि श्रम विभाग के इंस्पेक्टर ने उसे हाथों का इशारा करते हुए बीस हजार रुपए की मांग की थी और और कहा था की जैसा रुपया वैसा काम। बाद में अधिकारी की खुशामद किए जाने के बाद मामला 15 हजार रुपए पर तय हो गया। लेकिन पीड़ित ने इस सिस्टम से परेशान होकर लेबर इंस्पेक्टर को सबक सिखाने के लिए इसकी शिकायत एंटी करप्शन सहारनपुर से कर दी।

तय समय पर टीम ने जाल बिछाया, श्रम विभाग का लेबर इंस्पेक्टर शुरेश प्रकाश गौतम अपनी कार में सवार होकर थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के पानीपत खटीमा हाईवे मार्ग स्थित कस्बा बनत के एक होटल पर पहुंचा।वायदे के मुताबिक पीड़ित भी एंटी करप्शन की टीम के साथ पहुंच गया और 15 हजार रुपए लेबर इंस्पेक्टर को थमा दिया। इसके बाद पास खड़े एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों ने लेबर इंस्पेक्टर को रंगेहाथ दबोच कर अपने साथ ले गए। एंटी करप्शन इंस्पेक्टर निसार हुसैन ने बताया कि आरोपी के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही मामले की जांच शुरु कर दी गई है।








