विधायक थप्पड़ कांड: समर्थकों ने डीएम कार्यालय घेरा, की नारेबाजी
लखीमपुर खीरी।
तहलका 24×7
भाजपा विधायक योगेश वर्मा को पीटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विधायक के हजारों समर्थकों ने जिलाधिकारी दफ्तर का घेराव किया। इस दौरान नाराज प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

पटेल संस्थान के बैनर तले सर्व समाज के लोग एकत्रित हुए। कई संगठनों ने अपना समर्थन पटेल संस्थान को दिया, जिस पर पटेल संस्थान के जिलाध्यक्ष रवींद्र वर्मा ने बताया कि जब तक अवधेश सिंह के साथ-साथ जिन लोगों ने ऐसी घटना की है उनके खिलाफ मुकदमा लिखकर गिरफ्तारी नहीं होती तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष से बात हुई है, बहुत जल्द पार्टी कोई मजबूत निर्णय लेगी।

आप सभी प्रदर्शनकारियों की जो मांगें हैं वो मानी जाएंगी। सभी से निवेदन है कि शांति बनाए रखें।घटना पर पुलिस अधीक्षक खीरी गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि ज्ञापन मिला है। घटना के सीसीटीवी फुटेज देखकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।मामले में तीन प्रार्थना पत्र मिले हैं, इसलिए एफआईआर में विलंब हो रहा है। जांच चल रही है दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बताते चलें कि अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक में तीन नवंबर को चुनाव होना था।चुनाव के लिए पर्चे दिए जा रहे थे। बुधवार को अपने समर्थकों के साथ विधायक योगेश वर्मा भी पहुंचे थे। आरोप है कि पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह ने विधायक को पीट दिया। इसके बाद हंगामा हो गया। इसका एक वीडियो भी वायरल हो गया था। विधायक गुट ने एडीएम से मिलकर लिस्ट फाड़ने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। विधायक योगेश वर्मा का आरोप था कि पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह आदि ने मिलकर चुनाव की लिस्ट ही फड़वा दी थी।

उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की थी। उधर अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह का कहना था कि विधायक दबंगई दिखा रहे थे।पुष्पा सिंह ने नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ा था।भाजपा ने उन्हें अधिकृत प्रत्याशी बनाया था। इस चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी इरा श्रीवास्तव ने उन्हें हरा दिया। विधायक पुष्पा के समर्थन में नहीं थे, तभी से दोनों के बीच तनातनी बनी हुई थी। इस बारे में एडीशनल एसपी पूर्वी पवन गौतम का कहना था कि दोनों गुटों में तनातनी हो गई थी। दोनों को समझाबुझाकर शांत करा दिया गया था। वहीं निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया फिलहाल स्थगित कर दी है।








