संदिग्ध हालत में व्यापारी की मौत, आक्रोशित लोगों ने किया चक्काजाम
चंदौली।
तहलका 24×7
नियामताबाद थाना क्षेत्र के अलीनगर स्थित नदेसर गांव के समीप रविवार देर रात सरने गांव निवासी आशु विश्वकर्मा (27) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क पर खून से लथपथ मिला। मृतक के सिर पर गंभीर चोट थी, घटनास्थल से कुछ दूरी पर उसकी बाइक खड़ी मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।आशु विश्वकर्मा सरने गांव के रामनरेश विश्वकर्मा का इकलौता पुत्र था।

वह बौरी गांव में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाता था। रविवार रात करीब सवा नौ बजे दुकान बंद कर बाइक से घर लौट रहा था। घटना की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। वहीं जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय, क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी शर्मा मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन एसडीएम को मौके पर बुलाने और परिवार को पट्टा देने की मांग पर अड़े रहे।

करीब दो घंटे तक चला जाम उस समय समाप्त हुआ, जब अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्र शेखर और उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्र मौके पर पहुंचे।उन्होंने परिजनों से वार्ता कर परिवार को पट्टा देने और मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम समाप्त किया।

घटना स्थल और जाम स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह, समाजवादी पार्टी नेता चंद्रशेखर यादव, महेंद्र माही, प्रधान संतोष प्रजापति सहित महिला व पुरुषों की भारी भीड़ लगी रही।उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्र ने कहा कि मृतक का परिवार आर्थिक रुप से कमजोर है, मात्र एक विस्वा जमीन है। सरकार की ओर से उन्हें पट्टा उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना योजना के तहत पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।