सुपारी देकर तेलुगु विभागाध्यक्ष पर हमला कराने का आरोपी प्रोफेसर सस्पेंड
वाराणसी।
तहलका 24×7
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में तेलुगु विभाग के प्रोफेसर रामचंद्र मूर्ति पर हमला कराने वाले प्रोफेसर बुदाती वेंकटेश्वरलु को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।विश्वविद्यालय की ओर से इस संबंध में गुरुवार को आदेश जारी किया गया। जिसमें कहा गया है कि किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधियों में शामिल कोई भी कर्मचारी विश्वविद्यालय में कार्यरत नहीं रह सकता है।विश्वविद्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि डॉ. बुदाती वेंकटेश्वरलु के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज है।

इसलिए डॉ. बुदाती को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा रहा है। निलंबन के दौरान डॉ. बुदाती का मुख्यालय वाराणसी में रहना होगा और बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।बता दें कि 28 जुलाई को तेलुगु विभाग के प्रोफेसर रामचंद्र मूर्ति विश्वविद्यालय परिसर में अपने आवास की ओर लौट रहे थे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उन पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रुप से घायल हो गए।

प्रोफेसर को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। अभी भी प्रोफेसर रामचंद्र मूर्ति का इलाज चल रहा है। एडीसीपी टी सरवणन ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।एडीसीपी टी सरवणन ने बताया कि पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आए थे कि विभागाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद प्रोफेसर बुदाती वेंकटेश्वरलू ने प्रोफेसर रामचंद्र मूर्ति से व्यक्तिगत रंजिश रखते थे।इसी के चलते उन्होंने अपने पूर्व शोधार्थी भास्कर के माध्यम से बाहरी अपराधियों के साथ मिलकर राम मूर्ति पर हमला करवाया था।

इस मामले में शामिल बदमाश प्रमोद कुमार को एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया, जबकि पूर्वशोध छात्र भास्कर को तेलंगाना के नारायण पेट जिले से गिरफ्तार किया गया था।पूछताछ में दोनों ने बताया था कि हमले की योजना प्रो. बुदाती ने बनाई थी, जिसके लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।

इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ओर से आदेश जारी कर यह कहा गया कि किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधियों में यदि विश्वविद्यालय का कोई भी कर्मचारी शामिल है, तो वह इस परिस्थिति में विश्वविद्यालय में कार्य नहीं कर सकता, यह विश्वविद्यालय की गरिमा के खिलाफ है।