22 हजार की रिश्वत लेते मण्डी निरीक्षक गिरफ्तार, एंटी करप्शन की टीम ने की कार्रवाई
वाराणसी।
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एंटी करप्शन की टीम ने सोमवार को पहाड़िया मंडी के निरीक्षक को 22 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। निरीक्षक ने लाइसेंस देने के लिए रिश्वत की मांग की थी। जबकि इसकी कीमत महज 250 रुपये है।एंटी करप्शन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार शिवपुर इलाके के लोढ़ान निवासी अजित कुमार ओझा ने 15 जुलाई को एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी।

जिसमें आरोप लगाया कि रुद्र ट्रेनिंग कंपनी के नाम से लाइसेंस लेने के लिए उन्होंने 24 जून को अप्लाई किया। पहाड़िया मंडी के निरीक्षक सत्येंद्र नाथ ने इसके लिए 250 रुपये फीस के अलावा 22 हजार रुपये रिश्वत मांगी।अजित ने यह भी बताया कि मंडी निरीक्षक ने बिना पैसा लिए लाइसेंस जारी न करने की बात कही। इसके लिए 20 से 25 बार फोन कर चुके थे।

मिलने के लिए भी बोल चुके थे।सिफारिश करने पर भी वह मान नहीं रहे थे। इससे एंटी करप्शन को इसकी शिकायत करनी पड़ी। इसके बाद टीम ने मंडी निरीक्षक को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया।अजित सोमवार को मंडी निरीक्षक सत्येंद्र नाथ के बुलाने पर पहाड़िया मंडी पहुंचे।

मंडी के चेक पोस्ट गेट नंबर 2 के अंदर अजीत ने सत्येंद्र नाथ को 22 हजार रुपये की रिश्वत उनके हाथों में पकड़ा दी। इसी दौरान आसपास मौजूद टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा। टीम ने बताया कि आरोपी के खिलाफ लालपुर पांडेयपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं पीड़ित ने बताया कि मंडी निरीक्षक महीनेभर से उसे परेशान कर रहे थे। वह सभी के साथ ऐसा कर रहे थे। मैंने हिम्मत जुटाकर शिकायत कर दी।