अमेठी के 2.74 लाख मतदाता लापता
# एसआईआर प्रक्रिया में चौंकाने वाला खुलासा। फिर से कराएंगे सत्यापन: जिलाधिकारी
अमेठी।
तहलका 24×7
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ रहे अमेठी जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।एसआईआर प्रक्रिया जिले अंतिम चरण में है।करीब पौने तीन लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनका पता नहीं चल पा रहा है।फिलहाल जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी राजनीतिक दलों के बीएलए और बीएलओ को पुनः सूची से मिलान करने के निर्देश दिए हैं।

अमेठी जिले की चार तहसीलों में कुल 14 लाख 36 हजार 528 मतदाताओं की जांच की गई, जिसमें से 2 लाख 74 हजार 948 मतदाता एएसडी यानी एब्सेंट, शिफ्टेड और डेथ की श्रेणी में पाए गए हैं।अमेठी जिला प्रशासन के आंकड़ों की मानें तो एसआईआर के तहत जिले में 86 फीसदी से अधिक डाटा की मैपिंग पूरी हो चुकी है।सबसे अधिक संख्या उन मतदाताओं की सामने आई है जो जिले से स्थानांतरित हो चुके हैं।ऐसे 1 लाख 22 हजार 411 मतदाता चिह्नित किए गए हैं।

बीएलओ द्वारा कई बार सत्यापन के प्रयास के बावजूद ये अपने रजिस्टर्ड पते पर नहीं मिले।इसके साथ 68 हजार 352 मतदाता ऐसे हैं जो वोटर लिस्ट में दर्ज तो हैं लेकिन रजिस्टर्ड पते पर नहीं मिल रहे हैं।इन मतदाताओं को लेकर अभी जांच जारी है।वहीं एसआईआर के दौरान 56 हजार 139 मतदाता मृतक के रुप में चिह्नित किए गए हैं, जिनके नाम मतदाता सूची से हटाए जाना माना जा रहा है।

डीएम संजय चौहान ने बताया कि अब तक 2 लाख 74 हजार 948 मतदाता एएसडी यानी एब्सेंट, शिफ्टेड और डेथ की श्रेणी में पाए गए हैं। बीएलए के माध्यम से एक बार फिर सूची का सत्यापन कराया जा रहा है, ताकि मतदाता सूची पूरी तरह प्रमाणिक हो सके। सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों व बीएलओ को निर्देश दिए गए हैं कि वह एक बार फिर सभी मतदाताओं के घर-घर जाकर मतदाता सूची को री-वेरीफाई कर लें।

जिले के राजनीतिक दलों के साथ मिलकर ऐसे मतदाताओं की तलाश की जा रही है।एएसडी मतदाताओं की सूची राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट को सौंप दी गई है।बीएलओ और बीएलए के साथ बैठक कर ये तय किया गया है कि सरकारी सिस्टम, राजनीतिक दल मिलकर एक बार फिर इन मतदाताओं की जमीनी स्तर पर तलाश करेंगे, जिससे ये क्लियर हो सके कि कौन मतदाता वास्तव में स्थानांतरित, मृत या सक्रिय है।








