जमीन के फर्जीवाड़ा में तत्कालीन तहसीलदार, लेखपाल सहित 6 पर केस दर्ज
लखनऊ।
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मलिहाबाद थाना क्षेत्र में राजस्व विभाग की मिलीभगत से जमीन धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। पुलिस उपायुक्त उत्तरी के आदेश पर तत्कालीन तहसीलदार वंदना कुशवाहा, तत्कालीन लेखपाल विशुनपुर समेत कुल 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।आरोप है कि सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज बनाकर एक व्यक्ति की 10 साल पहले खरीदी गई जमीन दोबारा बेच दी गई।

इतना ही नहीं पैसे लेकर जमीन का फर्जी दाखिल खारिज भी कर दिया गया। गोमती नगर विस्तार निवासी अभिमन्यु कुमार सिंह ने मलिहाबाद पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि उन्होंने विशुनपुर गांव की भूमि संख्या 93 की लगभग 16 बिस्वा जमीन आंट गढ़ी सौरा निवासी अहमद अली से 30 जुलाई 2014 को खरीदी थी। जमीन खरीदने के बाद नायब तहसीलदार माल के कोर्ट में 13 अगस्त 2018 को जमीन उनके नाम पर दाखिल खारिज की गई।

राजस्व अभिलेखों में नाम दर्ज हो गया था।अभिमन्यु कुमार सिंह का आरोप है कि मूल विक्रेता अहमद अली ने साथियों की मिलीभगत से लगभग 10 वर्ष बाद 2023 में फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसी जमीन का आधा हिस्सा अहमदपुर गांव निवासी सुमित्रा के नाम बेच दिया। इस फर्जीवाड़े में शकीनिशा और कृष्ण कुमार गवाह बने। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि प्रक्रिया में आरोपियों ने तत्कालीन लेखपाल विशुनपुर और तत्कालीन तहसीलदार वंदना कुशवाहा को पैसे देकर सांठगांठ की।

इसी मिलीभगत के चलते 15 फरवरी 2024 को तहसीलदार की अदालत से उस जमीन का दाखिल खारिज भी सुमित्रा के नाम कर दिया गया।पीड़ित अभिमन्यु ने न्याय के लिए पुलिस उपायुक्त लखनऊ को प्रार्थना पत्र दिया, इसके बाद डीसीपी के आदेश पर मलिहाबाद थाने में धोखाधड़ी सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

मलिहाबाद इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि अहमद अली सिरताज मूल विक्रेता (जमीन बेचने वाला) आंट गढ़ी सौरा मलिहाबाद निवासी सुमित्रा बैजनाथ (जमीन की दूसरी खरीदार) अहमदपुर मजरा करेंद, मलिहाबाद निवासी शकी निशा अहमद अली (फर्जी दस्तावेज में गवाह) निवासी आंट गढ़ी सौरा मलिहाबाद निवासी कृष्ण कुमार (बैजनाथ फर्जी दस्तावेज में गवाह) अहमदपुर मलिहाबाद की तत्कालीन तहसीलदार वंदना कुशवाहा, विशुनपुर गांव के तत्कालीन लेखपाल पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।








