नायब तहसीलदार की मौजूदगी में विवादित चकमार्ग की हुई पैमाइश
सुईथाकला, जौनपुर।
उपेंद्र सिंह
तहलका 24×7
क्षेत्र के पिपरौल गांव निवासी अधिवक्ता व अधिवक्ता समिति शाहगंज के पूर्व अध्यक्ष रामचंदर यादव द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय में दायर की गई रामचंदर बनाम उत्तर प्रदेश सरकार याचिका में हाईकोर्ट के आदेश के पालन करते हुए एसडीएम शैलेंद्र कुमार ने राजस्व टीम गठित कर सीमांकन करने का निर्देश दिया।
उप जिलाधिकारी के निर्देश पर शनिवार को नायब तहसीलदार विवेक कुमार की मौजूदगी में राजस्व टीम पुलिस बल के साथ गांव में पैमाइश कर सीमांकन किया। आरोप है कि रामचंद्र यादव बनाम उत्तर प्रदेश सरकार व अन्य के मामले में राजस्व टीम द्वारा हाईकोर्ट में सीमांकन के बाद चिन्हित किए गए स्थान की गलत रिपोर्ट की गई थी। न्यायालय ने सही रिपोर्ट की जगह गलत रिपोर्ट करने के कारण अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग जौनपुर को तथ्यात्मक आख्या प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
सूचना के अनुसार 12 मार्च 2024 को अखिलेश कुमार यादव राजस्व निरीक्षक और सियाराम, अभिषेक कुमार लेखपाल की टीम द्वारा सीमांकन करके चिन्हित किया गया। मौके पर खड़ंजा लगा हुआ रास्ता अधिवक्ता की चक में मिला। जबकि चकमार्ग खड़ंजे के पश्चिम चिन्हित किया गया।
एसडीएम को दिए गए प्रार्थना पत्र में राजस्व टीम पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार के प्रभाव में आकर और घूस लेकर सही रिपोर्ट न लगा कर गलत रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल करने का आरोप है।गलत रिपोर्ट करने से शिकायतकर्ता ने अपूरणीय क्षति की संभावना जताई थी।उप जिलाधिकारी के निर्देश पर नायब तहसीलदार की उपस्थिति में सीमांकन किया गया। चकमार्ग की पैमाइश में यादव बस्ती में जाने वाले खड़ंजे से 20 कड़ी पश्चिम सीमांकन करके चकमार्ग का निर्धारण किया गया। चकमार्ग अधिवक्ता के चक में पाया गया जिसमें खड़ंजे के पश्चिम 20 कड़ी का चकमार्ग निर्धारित किया गया।