सफाई कर्मी ने की आत्महत्या, 18 महीने से नहीं मिला था वेतन
# सुसाइड नोट में पांच लोगों को बताया मौत का जिम्मेदार
उन्नाव।
तहलका 24×7
दही थाना क्षेत्र के पीताम्बर नगर-दो में सफाई कर्मी ने सुसाइड कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मौके से मिले सुसाइड नोट में नगर पालिका से जुड़े पांच लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। उन्हें फांसी की सजा देने की मांग की है।परिवार के अनुसार नगर पालिका में कार्यरत सफाई कर्मी सतीश प्रजापति (35) को करीब 17-18 महीने से सैलरी नहीं मिली थी।

जिसको लेकर वह लगातार नगर पालिका दफ्तर के चक्कर लगा रहा था, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। छोटे भाई आलोक ने बताया कि सतीश कार्यालय से लौटने के बाद बेहद उदास था और उसने बताया कि कुछ लोगों ने उसकी पिटाई भी की है। शरीर पर चोट के निशान भी दिख रहे थे। रात को खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया। सुबह जब दरवाजा नहीं खुला तो परिवार ने दरवाजा तोड़ा तो देखा सतीश ने सुसाइड कर लिया था। परिवार में बुजुर्ग मां, पत्नी रिंकी और डेढ़ साल का बेटा तेजस है।

आलोक ने बताया कि वेतन न मिलने और लगातार प्रताड़ना झेलने के कारण उसका भाई टूट चुका था।
घटना के बाद नगर पालिका के सफाईकर्मियों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि कर्मचारियों का लगातार शोषण हो रहा है और अब यह सब बर्दाश्त से बाहर हो चुका है। सुसाइड नोट में सतीश ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा कि उसे विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा परेशान किया जा रहा था।

उसने नगर पालिका के युवा नेता संजय गौतम, चेयरमैन प्रतिनिधि भानु मिश्रा, जलकल अभियंता विवेक वर्मा, सेवानिवृत्त कर्मचारी रामसमुझ प्रसाद और सुरेंद्र विश्वकर्मा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। सतीश ने लिखा कि शिकायत करने पर भी आरोपी पैसे देकर मामले को दबा देते थे। थाना प्रभारी अवनीश सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी गई है। नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।