आगरा एटीएस को मिली बड़ी सफलता, भारी मात्रा में पिस्टल, रिवॉल्वर और कारतूस बरामद
# अवैध असलहे बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, सरगना सहित छह अपराधी गिरफ्तार
लखनऊ/आगरा।
विजय आनंद वर्मा
तहलका 24×7
अवैध हथियारों के सौदागरों ने मुंगेर में बनने वाली पिस्टल और रिवाल्वर की तस्करी करने की जगह दूसरा तरीका खोज निकाला। मुंगेर से हथियार बनाने वाले वाले कारीगरों को उत्तर प्रदेश में बुला लिया। उन्हें प्रतापगढ़ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री में नौकरी पर रख लिया। मुंगेर के तीन और गोरखपुर के एक कारीगर को दस से 15 हजार रुपये महीने देकर उनसे पिस्टल, रिवाल्वर और बंदूक बनवाई जा रही थीं।
इन हथियारों को आसपास के जिलों में बेचा जा रहा था। यूपी पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते की आगरा ईकाई ने प्रतापगढ़ में असलाह बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारा। वहां से फैक्ट्री संचालित करने वाले पिता-पुत्र समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के साथ की गई संयुक्त कार्रवाई में दो रिवाल्वर, दो पिस्टल, दो अर्धनिर्मित बंदूक, 22 अर्धनिर्मित तमंचे और 300 कारतूस बरामद किए हैं। एटीएस अवैध असलाह की फैक्ट्री चलाने वाले पिता-पुत्र का आतंकी कनेक्शन खंगाल रही है।

एटीएस की आगरा ईकाई को प्रतापगढ़ के असरही गांव में अवैध असलहा बनाने की फैक्ट्री की जानकारी मिली थी। इंस्पेक्टर आलोक सिंह टीम के साथ रविवार को प्रतापगढ़ के लालगंज कोतवाली पहुंचे। पुलिस के साथ फैक्ट्री पर छापा मारकर मख्य सरगना स्वालीन उर्फ बबलू, उसके बेटे अखलीन को गिरफ्तार कर लिया। मौके से अवैध असलहा बनाने वाले कारीगर शायल आलम उर्फ छोटू, मोहम्मद सरफराज आलम और मोहम्मद आजाद निवासी मुंगेर, बिहार को गिरफ्तार किया। पकड़ा गया एक अन्य कारीगर तिरुपति नाथ वर्मा उर्फ गुड्डू गांधी निवासी थाना राजगढ़ गोरखपुर है।

गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह मुंगेर निर्मित पिस्टल, तमंचे, बंदूक आदि यहां पर बनाते थे। मुंगेर से उन्हें फैक्ट्री संचालक स्वालीन ने यहां पर बुलाया था। इन असलहों को वह दस से 15 हजार रुपये में आसपास के जिलों में बेचता था। इतने बड़े पैमाने पर अवैध असलहा तैयार करके बेचने वाले स्वालीन और उसके पुत्र अखलीन के आतंकी कनेक्शन को भी एटीएस खंगाल रही है। प्रभारी एसपी प्रतापगढ़ धवल जायसवाल ने अवैध असलहा फैक्ट्री चलाने वाले मुख्य सरगना समेत छह लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।प्रभारी एसपी ने कहा कि आरोपितों के आपराधिक इतिहास की जानकारी भी की जा रही है।










