ऊर्जा निगमों में टकराव टालने हेतु मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक रवैए के चलते ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौतों का क्रियान्वयन ना होने से बिजली कर्मियों में भारी रोष है। बिजली कर्मी 16 मार्च की रात्रि से 72 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश में ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक रवैए के चलते बने अनावश्यक टकराव को टालने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप करने की अपील की है। संघर्ष समिति द्वारा आयोजित आम सभा के माध्यम से मुख्यमंत्री से ऊर्जा निगमों में कार्य का स्वस्थ वातावरण बनाए जाने हेतु प्रभावी हस्तक्षेप करने की अपील की गई।
संघर्ष समिति की आम सभा में यह चेतावनी दी गई कि यदि 16 मार्च तक ऊर्जा मंत्री के साथ में समझौते का क्रियान्वयन सुनिश्चित न किया गया तो 16 मार्च की रात्रि 10:00 बजे से उत्तर प्रदेश के सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी जूनियर इंजीनियर अभियंता एवं निविदा\संविदा कर्मी 72 घंटे की हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होंगे। इससे उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति का पूर्ण उत्तरदायित्व ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन का होगा। हड़ताल पर जाने के पूर्व बिजली कर्मी 14 मार्च को जनपद जौनपुर में शांतिपूर्ण मशाल जुलूस निकालेंगे तथा 15 मार्च को प्रातः 10:00 बजे से हड़ताल प्रारंभ करने से पूर्व तक 16 मार्च की रात्रि 10:00 बजे से बिजली कर्मी कार्य का बहिष्कार करेंगे।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उक्त लोकतांत्रिक ध्यान आकर्षण के कारण किसी भी बिजली कर्मी का उत्पीड़न किया गया तो उसी समय प्रदेश भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ हो जाएगी और साथ ही सामूहिक जेल भरो आंदोलन का आरंभ कर दिया जाएगा। सभा में संघर्ष समिति के पदाधिकारी इंजीनियर रामाधार, इंजीनियर सौरव मिश्रा, इंजीनियर निर्भीक भारती, संजय यादव, अश्वनी श्रीवास्तव, सत्या उपाध्याय, अरविंद मिश्रा, विजय यादव, संतराम, सर्वेश मौर्य, मुख्य रूप से उपस्थित थे। सभा का संचालन संयोजक निखिलेश सिंह ने किया।