एनडीए के तीन सहयोगी लोस चुनाव के आखिरी दौर में फंसे
# अपना दल एस, सुभासपा के नेताओं की ज़ुबान ने ठाकुर वोटरों को बनाया विरोधी, निषाद पार्टी बन गई सैंडविच।
# पूर्वांचल की 13 सीटों पर एक जून को होगा मतदान, गुरुवार 30 मई की शाम को थम जाएगा प्रचार।
# काशी से गोरखपुर तक चार प्रांतों के गवर्नर महादेव के दर्शन व निजी कार्यक्रमों के लिए पहुंचे, वाराणसी में नेताओं का जामावड़ा।
वाराणसी/मिर्जापुर/गोरखपुर।
कैलाश सिंह/अशोक सिंह
तहलका 24×7
लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम फेज़ में एक जून को मतदान होना है। गुरुवार 30 मई की शाम प्रचार थम जाएगा।जाहिर है प्रचार के अंतिम दो दिन चुनावी महाभारत में एनडीए-इंडिया गठबंधन के प्रचार में लगे सेनापति काशी से गोरखपुर तक सभाओं के जरिए जुबानी जंग तेज़ कर दिए हैं। पूर्वांचल के इसी क्षेत्र की 13 सीटें इस फेज में शामिल हैं।

नेताओं के जामावड़े के साथ देश के चार प्रांतों के गवर्नर भी महादेव के दर्शन व निजी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आये हैं।आसमान में हेलीकॉप्टर और सड़कों पर वीआईपी गाड़ियों के हूटरों की आवाज़ गूंज रही है। चुनावी महाभारत चरम पर है। मैदान में एनडीए और इंडिया दोनों पक्षों के नेता रूपी सेनापति कमान सम्भाले हैं।

महाभारत के संजय की तरह राजनीतिक विश्लेशकों की निगाह प्रधानमंत्री की सीट वाराणसी पर लगी है।क्योंकि, यहां मोदी की जीत का अंतर जितना घटेगा उसी के अनुरूप एनडीए के सहयोगियों और भाजपा के प्रत्याशियों की कुल 12 सीटों पर वोट प्रतिशत भी कम होगा। इसी दौर में सूरज नौतपा को पाकर तप रहा है।मौसम की तल्खी ऊंचाई नाप रहे तापमान से महसूस हो रही है।

छठें फेज़ से पूर्व चुनाव प्रचार में अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल के राजा-रानी वाले बयान और सुभासपा के एक नेता द्वारा ठाकुरों के प्रति अश्लील भाषण वाले वीडियो ने गुजरात से चली आग वाली लहर जो एमपी, राजस्थान, हरियाणा, पश्चिमी यूपी तक आकर कमजोर पड़ी थी, उसे तपती गर्मी में पंछुआ हवा का साथ मिल गया।वह ऐसी लपलपाई कि उसकी लपटें छठें फेज़ के साथ आखिरी फेज़ 7 को भी लपेट लिया।

राजा भैया रघुराज प्रताप सिंह पूर्वांचल में ठाकुरों के सर्व मान्य नेता हो गए। उनके समर्थकों ने मिर्जापुर से लेकर घोसी तक अभियान छेड़ दिया, अनुप्रिया के दल को हराने के लिए। भाजपा से भी ठाकुरों ने दूरी बनाई, घोसी में राजभर के बेटे को हराने को ठाकुर व अन्य सवर्णों ने कमर कस ली।इसी दो नेताओं के बीच निषाद पार्टी के प्रत्याशी की हालत सैंडविच जैसी हो गई है।

इधर ठाकुरों को मनाने के लिए भाजपा ने सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे बढ़ा दिया।मिर्जापुर समेत पूर्वांचल की सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन की पार्टी सपा ने अदर बैकवर्ड के साथ सवर्ण व दलित वोटबैंक में सेंध लगाकर एनडीए के सहयोगियों की हवा निकाल दी। अब वह कितना काटते हैं और ये कितना बचा पाते हैं, इसका पता चार जून को चलेगा। लेकिन, पंछुआ बयार से एनडीए के साथ सहयोगियों की भी ज़ुबान सूखने लगी है।








