गांव की कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक हुए मुख्तार अंसारी
# जनाजे में भारी भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन के छूटे पसीने, डीएम और सांसद अफजाल अंसारी में झड़प
गाजीपुर।
विशेष संवाददाता
तहलका 24×7
पांच बार के पूर्व विधायक और पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी को उनके गांव मोहम्मदाबाद यूसूफपुर में शनिवार को सुपुर्द ए खाक किया गया। मुख्तार के जनाजे में हिस्सा लेने के लिए भारी तादाद में लोग इकट्ठा हुए। कुछ समर्थकों ने कब्रिस्तान में प्रवेश करने के लिए पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए। जिससे पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भारी भीड़ को रोकने का प्रशासन ने काफी प्रयास किया। जिसे लेकर डीएम आर्यका अखौरी और मुख्तार के भाई सांसद अफजाल अंसारी के बीच तीखी झड़प भी हुई।
मुख्तार अंसारी को यूसूफपुर स्थित कालीबाग में बनी पारिवारिक कब्रिस्तान में दफनाया गया। उन्हें उनके माता पिता की कब्र के पास दफनाया गया। अंतिम संस्कार में उनके बेटे उमर अंसारी, भाई सिगबतुल्लाह, अफजाल, भतीजे सुहैब अंसारी व परिवार के अन्य सदस्य और रिश्तेदार शामिल रहे। बांदा में पोस्टमार्टम के बाद देर रात 1:15 बजे मुख्तार का शव ग़ाज़ीपुर लाया गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गाजीपुर और मऊ सहित आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
बताते चलें कि पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी में स्थानीय पुलिस के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीमों को भी तैनात किया गया है। उधर, मुख्तार के दफन होते ही उसकी मौत मामले में जांच तेज कर दी गई है। जिला जज, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी अंकुर अग्रवाल ने जेल में इस मामले से संबंधित जांच की। जेल का निरीक्षण भी किया है। संबंधित पत्रावलियों को देखा गया। हालांकि बाहर निकलने पर किसी जिम्मेदार ने मीडिया को कोई जवाब नहीं दिया है।