जेल में बंदी की मौत, जेलर-डिप्टी जेलर समेत 8 पर हत्या का केस दर्ज, न्यायिक जांच शुरु
हमीरपुर।
तहलका 24×7
जिला कारागार में रविवार की रात बंदी अनिल तिवारी की संदिग्ध मौत का मामला अब हत्या के मुकदमे तक पहुंच गया है।बंदी की पत्नी पूजा द्विवेदी की तहरीर पर जेल प्रशासन के बड़े अफसरों सहित आठ लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के सूरजपुर गांव निवासी अनिल तिवारी (33) को एससी/एसटी एक्ट के मुकदमे में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

रविवार को जेल में अनिल की मौत हो गई थी।अनिल की पत्नी ने तहरीर देकर आरोप लगाया कि 200 रुपये की अवैध वसूली का विरोध करने पर जेल कर्मियों, अधिकारियों ने बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। तहरीर के आधार पर सदर कोतवाली में जेलर चांडिला, डिप्टी जेलर संगेश, राइटर विनय सिंह, सिपाही अनिल यादव, लंबरदार दिलीप, शकील मोहम्मद, दीपक और एक अन्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया।

बता दें कि मामला सामने आने के बाद मृतक के परिजन लगातार इंसाफ की मांग पर अड़े रहे। घटना के बाद हालात बिगड़ते देख जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। सर्किट हाउस में देर रात जिलाधिकारी घनश्याम मीणा, पुलिस अधीक्षक और भाजपा जिलाध्यक्ष के साथ पीड़ित परिवार की वार्ता हुई।समझौते के बाद मृतक का अंतिम संस्कार कराया गया। डीएम घनश्याम मीणा ने कहा कि मामले की न्यायिक जांच बैठा दी गई है। पुलिस जांच भी साथ-साथ चल रही है।

डिप्टी जेलर और वार्डन ही नहीं, बल्कि जिसकी भी संलिप्तता सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पीड़ित परिवार की मांगों पर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। मृतक के बच्चों की पढ़ाई को लेकर केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन की व्यवस्था कराई जाएगी, ताकि उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सके। इसके अलावा विधवा पेंशन उपलब्ध कराई जाएगी। मृतक के दो परिजनों को नगर पालिका में नौकरी देने का फैसला लिया गया है।

पत्नी रीना द्विवेदी का कहना है कि जेल के अंदर भ्रष्टाचार व अवैध वसूली लंबे समय से चल रही है। अनिल ने इसका विरोध किया तो जेल स्टाफ ने उसे सबक सिखाने के लिए पीट-पीटकर जान ले ली। उधर, परिजनों ने कहा कि यह केवल मुआवजा या नौकरी का मामला नहीं है, बल्कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाना ही उनका असली मकसद है। परिवार ने शासन से भरोसा जताया है कि निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।