टीईटी अनिवार्यता के मुद्दे पर सांसद से मिले शिक्षक, सौंपा पत्रक
वाराणसी।
नितेश गुप्ता
तहलका 24×7
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों व शिक्षकों का प्रतिनिधिण्डल टीईटी मुक्ति संयुक्त मोर्चा के बैनर तले चन्दौली सांसद बीरेंद्र सिंह से मिलकर अनिवार्यता से मुक्ति हेतु संसद में उठाने के लिए पत्रक सौंपा। सांसद ने शिक्षकों के मुद्दे को जोरदार ढंग से नियम 377 के तहत सदन में उठाने के साथ सड़क से सदन तक संघर्ष करने का आश्वासन दिया।

उन्होंने वर्तमान में बेसिक की दुर्दशा के लिए डबल इंजन की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आज शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य में उलझाकर विद्यालयों को तोड़ने की साजिश की जा रही है। शिक्षक चाहकर भी पढ़ा नहीं पा रहे, इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है? हमारी पार्टी सड़क से सदन तक इस मुद्दे पर लड़ने के लिए कटिबद्ध है।आवश्यकता पड़ने पर हम इसी सत्र में काम रोको प्रस्ताव लाकर इस पर निर्णायक बहस कराएंगे।

प्रतिनिधि मण्डल में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सकलदेव सिंह, जूनियर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद उपाध्याय, जिला मंत्री डॉ. शैलेन्द्र विक्रम सिंह, रविन्द्र नाथ यादव, रविन्द्र सिंह, राकेश चन्द्र पाठक, विनोद सिंह, ज्योति प्रकाश, राजीव सिंह, डॉ. राजेश्वर सिंह, अरविन्द सिंह, परवेज अहमद, प्रीति शुक्ला, संतोष सिंह, जीतेन्द्र सिंह, राजेश सिंह दोहरी, उदय प्रताप, डॉ. मनीष कुशवाहा, वीरेंद्र सिंह, सुनील सिंह, अजय सिंह, रीता विश्वकर्मा, आरती गौतम, अर्चना ओझा, रीता सिंह, शिवजतन यादव, अखिलेश विश्वकर्मा, सत्यनारायण वर्मा, विपिन मिश्र , किरण रॉय, सहित दर्जनों शिक्षक एवं शिक्षिकाएं शामिल रहे।








