तिहाड़ से छूटने के बाद बोले इंजीनियर रशीद : मैं भारत का दुश्मन नहीं और न ही पाकिस्तान का एजेंट
श्रीनगर।
तहलका 24×7
तिहाड़ जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा हुए अवामी इत्तेहाद पार्टी के अध्यक्ष इंजीनियर रशीद कश्मीर पहुंचे। पांच साल से अधिक समय तक तिहाड़ जेल में रहने के बाद उनका स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर दर्जनों समर्थक मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजनीतिक और कश्मीर से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।

इंजीनियर रशीद ने कहा मैं संघर्ष करूंगा और मोदी सरकार को कश्मीर मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिए मजबूर करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि वह भारत के दुश्मन नहीं हैं और न ही पाकिस्तान के एजेंट हैं। बल्कि वह अपनी अंतरात्मा के एजेंट हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को बांटने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें एकजुट करने आए हैं।

इस दौरान एनसी के उपाध्यक्ष से कहा कि वे सिर्फ उमर को बताना चाहता हैं कि उनके बारे में उनके कौन से बयान सही हैं।उन्होंने कहा कि आप (उमर) असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, इसलिए दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने उमर पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में कश्मीर के लोगों के बारे में बात नहीं की।

उनकी जीत भावनात्मक वोट के कारण नहीं हुई, बल्कि यह मोदी के नया कश्मीर नैरेटिव और 5 अगस्त 2019 के खिलाफ वोट था। रशीद ने कहा कि उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती उन पर बीजेपी की ‘बी’ टीम होने का आरोप लगा रहे हैं। शर्म आनी चाहिए क्योंकि एक व्यक्ति ने तिहाड़ जेल में पांच साल तक यातनाएं झेली हैं, वह एजेंट कैसे हो सकता है?

कहा फारूक के खिलाफ 100 करोड़ के क्रिकेट घोटाले के बावजूद उनका केस क्यों रद्द किया गया? मेरा संघर्ष कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए होगा और अगर भारत विश्व गुरु बनना चाहता है तो उसे इसका समाधान करना ही होगा। रशीद ने कहा मेरी पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ रही है क्योंकि हम कश्मीरियों की आवाज और उनकी पीड़ा को उठाना चाहते हैं।

उन्होंने दावा किया कि सज्जाद लोन और उमर अब्दुल्ला दोनों सीटों से हार जाएंगे। क्योंकि लोग जानते हैं कि उन्होंने इंजीनियर रशीद को उनके लिए बोलने का जनादेश दिया है। अगर जम्मू-कश्मीर के लोग एआईपी को जनादेश देते हैं तो संसद में हमारी आवाज मजबूत होगी। रशीद ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने कश्मीरियों को दफनाने के लिए महबूबा मुफ्ती का इस्तेमाल किया।








