तीन साल पुराने फर्जी मुकदमे में सजा हुई : धनंजय सिंह
# मेरी पत्नी बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं, हम जीतेंगे
# बरेली जेल से जमानत पर रिहा हुए पूर्व सांसद धनंजय ने मीडिया से की वार्ता
बरेली/जौनपुर।
एखलाक खान
तहलका 24×7
बुधवार को बरेली केंद्रीय कारागार से जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह जमानत पर रिहा हो गए। उनके जेल से सुबह लगभग 8 बजे निकलते ही मीडिया ने घेर लिया। उन्होंने सवालों के जवाब में कहा की जिस नमामि गंगे योजना में मुझे सजा हुई वह मुकदमा ही फर्जी था। उसमें साजिश के तहत मुझे फंसाया गया।
उन्होंने दूसरे सवाल के जवाब में कहा की मेरी पत्नी श्रीकला जौनपुर सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं, वह सीट हम जीतेंगे। यह पूछने पर की मतदान निष्पक्ष होगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा की अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी। अभय सिंह के बारे में पूछने पर कहा की अपराधी के बारे में मेरी कोई प्रतिक्रिया नहीं।
उन्होंने मीडिया के सवाल पर कहा, मैं सीधे जौनपुर जाऊंगा और अपनी पत्नी के चुनाव में देख रेख करुंगा।
विदित हो की वर्ष 2020 में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण और रंगदारी के मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जेल हुई। लेकिन, आरोपी ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी और गवाह भी मुकर गए थे। फिर भी पुलिस विवेचना में सुनवाई में सजा हुई थी। इसी मामले मे उच्च न्यायालय से जमानत पर आज वह रिहा हुए। उन्होंने कहा आज भी जौनपुर में कोई भी देख सकता है की नमामि गंगे प्रोजेक्ट से हुए कार्य की स्थिति। शहर की हर गली मोहल्ले की सड़क ध्वस्त है, जो पाइप आठ इंच की डाली जा रही है उससे कैसे गटर का पानी निकलेगा। अभी तो धूल और गढ्ढे से लोग त्रस्त हैं, बारिश में राह चलना दुश्वार होगा।