पूर्व सांसद हरिवंश सिंह, धनंजय सिंह व पूर्व विधायक शैलेन्द्र यादव ललई, एएलसी प्रिंसू, रमेश सिंह व अन्य दोषमुक्त
# खुटहन अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उपद्रव में दोनों पक्ष के सभी गवाह हुए थे पक्षद्रोही
जौनपुर।
विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
तहलका 24×7
अपर सत्र न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट शरद कुमार त्रिपाठी ने खुटहन ब्लाक पर 6 नवंबर 2017 को हुए दो पक्षों के नेताओं व तथा उनके समर्थकों के बीच हुए उपद्रव, फायरिंग, आगजनी को लेकर किए गए मुक़दमों में एक पक्ष से पूर्व मंत्री ललई यादव, पूर्व सांसद धनंजय सिंह एएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू समेत अन्य आरोपि तथा दूसरे पक्ष से अपना दल के पूर्व सांसद हरिवंश सिंह व उनके विधायक पुत्र रमेश सिंह व अन्य आरोपि दोष मुक्त हो गए। दोनों पक्षों के सभी गवाह न्यायालय में पक्षद्रोही घोषित किए गए। वादी व प्राथमिकी में नामित गवाह घटना से मुकर गए। जिस पर कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया।
अपना दल के पूर्व सांसद हरिवंश सिंह ने कोर्ट के समक्ष बयान दिया था कि पूर्व मंत्री ललई, पूर्व सांसद धनंजय सिंह, बृजेश सिंह प्रिंसू व अन्य ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान न तो उपद्रव किया था और न ही जानलेवा हमला किया था और न ही लूटपाट की घटना हुई थी।भीड़ में शामिल किसके द्वारा द्वारा ईट पत्थर चलाया गया दिखाई नहीं दिया। किसी अज्ञात ने एक टाइपशुदा प्रार्थना पत्र मुझे दिया। मैंने अपना हस्ताक्षर बनाकर थाने पर दिया। उधर दूसरे पक्ष से वादी राजीव यादव निवासी पिलकिछा ने भी थाने पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी के कथनों से पूर्ण रूप से मुकर गए। कहा पूर्व सांसद हरिवंश सिंह, रमेश सिंह व पांच अन्य ने न तो किसी के उपर जानलेवा हमला किया न गाली व धमकी दी। अन्य गवाह भी घटना से मुकर गए।
बता दें कि प्रतापगढ़ के पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिंह ने पूर्व विधायक शैलेंद्र यादव ललई, धनंजय सिंह, बृजेश सिंह प्रिंसू समेत 35 के खिलाफ थाने पर प्राथमिकी दर्ज कराया था। जिसमें कहा गया था कि खुटहन ब्लाक प्रमुख सरजू देवी यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर प्रशासन द्वारा 6 नवंबर 2017 को 11 बजे खुटहन ब्लाक के अंदर परिसर में प्रस्ताव पर बातचीत होनी थी। वादी अपनी बहू नीलम के साथ वहां जा रहा था। खुटहन ब्लाक के समीप जौकाबाद गांव में 11 बजे पहुंचा तभी सभी आरोपित करीब 400 से 500 लोगों के साथ वादी की गाड़ी के सामने आ गए। पूर्व मंत्री ललई यादव के ललकारने पर धनंजय सिंह, प्रिंसू सिंह व अन्य लोग आ गए जो जान से मारने की नियत से फायरिंग करने लगे।