बेसिक और गैर बेसिक स्कूलों में आयु सीमा की विसंगतियों पर होगा मंथन : बीएसए
सुइथाकला, जौनपुर।
उपेन्द्र सिंह
तहलका 24×7
विद्यालय के एक वार्षिकोत्सव समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने पत्रकारों के सवाल पर बेसिक और गैर बेसिक स्कूलों में आयु सीमा की विसंगतियों को दूर करने के लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता करने की बात की। बेसिक स्कूलों में नामांकन को लेकर 6 वर्ष व गैर बेसिक स्कूलों में आयु सीमा तीन से चार वर्ष पर उठे सवाल के सन्दर्भ में उन्होंने वार्ता और मंथन की बात कही।
शुक्रवार को अतरडीहा स्थित अभिनव प्राथमिक विद्यालय में वार्षिकोत्सव समारोह का बतौर मुख्य अतिथि मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दौरान नामांकन गीत “तहूं चला हम हूं चली स्कुलवा में, नमवा लिखवाय लिहा जाय” पर बच्चों द्वारा किए गए सामूहिक नृत्य पर भाव विभोर होकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने दो हजार रूपए पुरस्कार स्वरूप देकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। समापन सत्र में उन्होंने इस तरह के आयोजनों को बच्चों के आत्मविश्वास में वृद्धि का साधन बताया। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बूथों पर सुविधाओं को ठीक कराने की बात कही। तत्पश्चात प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चे और बच्चियों को मैडल पहनाते हुए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्रीराम यादव ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। अध्यक्षीय उद्बोधन खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वैश्य और संचालन नरेंद्र बहादुर सिंह ने किया।इस दौरान एआरपी पंकज सिंह, त्रिवेणी विंद, संजय सिंह, दुष्यंत मिश्र, डा. रणंजय सिंह, उमेश चन्द्र यादव, अरविन्द यादव, सुधाकर सिंह, रमेश सिंह, पारस नाथ यादव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
गर्म हवाओं और कड़ी धूप में बच्चों के सामने आ रही कठिनाइयों पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिलाधिकारी से परामर्श लेकर समय परिवर्तन की बात कही।कहा मौजूदा समय में विद्यालय संचालन की अवधि 8.00 बजे से 2.00 बजे है। लेकिन, मौसम के मिजाज को देखते हुए जिलाधिकारी महोदय से परामर्श कर समय परिवर्तन किया जाएगा।
ग्राम पंचायतों में चल रही बाल वाटिका की उदासीनता को लेकर नामांकन में सहयोग करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. पटेल ने डीपीआरओ संग बैठक कर आंगनवाड़ी की कार्यशैली पर वार्ता करने की बात कही। कक्षा एक में नामांकन आयु सीमा 6 वर्ष से पूर्व बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी के लिए बाल वाटिका के लोग कागजों तक ही सीमित हैं। धरातल पर उक्त केन्द्र हवा हवाई है। नामांकन में बाल वाटिका के सहयोग की नगण्यता पर सवाल खड़े किए गए थे।